Sweating During Sleep At Night: स्वास्थ्य के लिहाज से पसीना आना जरूरी है, लेकिन बेवजह और ज्यादा पसीना आना खतरनाक है। हालांकि, रात में सोते समय कभी-कभी पसीना आना (Night Sweats) एक आम समस्या हो सकती है, लेकिन अगर यह समस्या बार-बार हो रही है, तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। इसे अनदेखा करने की बजाय, सही कारण का पता लगाने की कोशिश करें और समय रहते डॉक्टर की सलाह पर इलाज कराना चाहिए।

हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, नींद में पसीना आना कोई छोटी समस्या नहीं है। इसे नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। चलिए आपको बताते हैं रात में पसीना क्यों आता है? इससे निजात पाने के लिए क्या कुछ करना चाहिए और इससे क्या बीमारी हो सकती है?

नींद में पसीना आने से होने वाली समस्या

  • हाइपरथायरायडिज्म
  • मानसिक बीमारी
  • हाई ब्लड प्रेशर</li>
  • तनाव और चिंता

हाइपरथायरायडिज्म

हाइपरथायरायडिज्म एक स्वास्थ्य स्थिति है, जिसमें थायरॉइड ग्रंथि ज्यादा मात्रा में थायरॉइड हार्मोन बनाती है। इसे हाइपर एक्टिव थायरॉइड भी कहा जाता है। दरअसल, शरीर हाइपरथायरायडिज्म के अधिक एक्टिव होने पर गर्मी और पसीना बर्दाश्त नहीं कर पाता है। इस संबंध में हाइपरथायरायडिज्म वाले मरीजों में थायराइड से जुड़े लक्षण के शीर्षक से यूरोपीय थायराइड जर्नल में एक स्टडी भी प्रकाशित है।

तनाव और चिंता

अत्यधिक मानसिक तनाव या चिंता भी रात में पसीना आने का कारण हो सकता है। ऐसे में दिल की धड़कन तेज होना और घबराहट महसूस होती है। ऐसे में अपने डेली रूटीन और कुछ एक्सरसाइज की मदद से इससे बचाव हो सकता है। लाइफस्टाइल चेंज की मदद से इस समस्या का इलाज किया जा सकता है।

डायबिटीज

शरीर का शुगर लेवल अचानक कम हो जाने के कारण की भी रात में पसीना आ सकता है। डायबिटीज के मरीजों में रात में पसीना आना हाइपोग्लाइसीमिया ब्लड शुगर का कम होने का संकेत हो सकता है।

मानसिक बीमारी

रात में सोते हुए पसीना आना कुछ प्रकार की मानसिक बीमारियां भी हो सकती हैं। ऐसी समस्या होने पर दिमाग पर प्रभाव पड़ता है। इससे तनाव, घबराहट और रात में सोने के दौरान पसीना आने लगता है।

हार्मोनल असंतुलन

रात में पसीना आने का सबसे आम कारण हार्मोनल असंतुलन होता है। यह समस्या मुख्य रूप से महिलाओं में मेनोपॉज या हार्मोनल बदलाव के कारण होती है। ऐसी स्थिति में शरीर में गर्माहट महसूस होना, बेचैनी और नींद न आना आदि लक्षण होते हैं।

रात में पसीना आने से बचाव के उपाय

  • सोने के कमरे का तापमान ठंडा और आरामदायक रखें।
  • सोते समय सूती और हल्के कपड़ों का उपयोग करें।
  • तनाव को कम करें।
  • खानपान का ध्यान रखें और अधिक मसालेदार खाना नहीं खाएं।

भारत में एक स्टडी के मुताबिक, लगभग 93 प्रतिशत भारतीय नींद की कमी से परेशान हैं। ऐसे में स्लीप डिसऑर्डर की समस्या का सीधा असर दिल और दिमाग पर पड़ता है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकते हैं।