यौन स्वास्थ्य के चारों ओर घूमने वाली भ्रांतियों को समझाना हमारे समाज में जागरूकता में एक महत्वपूर्ण कदम है। बड़े और युवा, दोनों ही अक्सर यौन स्वास्थ्य से संबंधित गलत धारणाओं और असत्य जानकारियों का शिकार होते हैं, जिनसे उनकी समझ और ज्ञान में कमी हो सकती है। ऐसे में क्यूरेक्स (Qurex) की सीईओ और संस्थापक शैलजा मित्तल, से जानिए यौन स्वास्थ्य के कुछ प्रमुख मिथकों के बारे में है। इसके साथ ही इनके बारे में विस्तृत तरीके से जानिए।

यौन स्वास्थ्य से जुड़े ये मिथकों को समझना और उन्हें खंडन करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये मिथक न केवल गलत जानकारी को फैलाते हैं बल्कि यह लोगों की यौन स्वास्थ्य की गलत दिशा में मार्गदर्शन कर सकते हैं। आजकल के समय में, बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक, सभी के दिमाग में ऐसे अजीब-अजीब मिथक बैठ गए हैं जिन्हें सही दिशा में प्रकाशित करना बेहद महत्वपूर्ण है। यौन स्वास्थ्य के मूल ज्ञान की अभावना में, लोगों के मन में विचित्र ख्यालात और गलत धारणाएं उत्पन्न हो सकती हैं जो अक्सर सच से भटक जाती हैं।

यौन स्वास्थ्य के संबंध में सटीक जानकारी हमारे स्वास्थ्य और जीवन के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। खासकर, युवाओं को सही जानकारी प्राप्त करने का अवसर देने से हम समाज में सही दृष्टिकोण से यौन स्वास्थ्य के प्रति अवगत होने में सहायक हो सकते हैं, जिससे सभी के लिए एक स्वस्थ और खुशहाल भविष्य संभावित हो।

मिथक 1: मासिक धर्म के दौरान गर्भावस्था नहीं हो सकती

कई लोग मानते हैं कि मासिक धर्म के दौरान गर्भावस्था नहीं हो सकती, लेकिन यह एक भ्रांति है। सुरक्षित शारीरिक संबंध का पालन नहीं किया गया हो, तो कुछ स्थितियों में महिलाएं अपने मासिक धर्म के दौरान भी गर्भधारण कर सकती हैं।

मिथक 2: युवा पुरुष नपुंसकता से मुक्त हैं

यह एक सामान्य मिथक है कि युवा पुरुष नपुंसकता से मुक्त हैं। हालांकि, यह सच नहीं है। तनाव, अस्वस्थ जीवनशैली, या शारीरिक समस्याएं युवा आयु में भी इस समस्या का कारण बन सकती हैं।

मिथक 3: नपुंसकता का केवल Viagra से ही इलाज हो सकता है

नपुंसकता के इलाज के लिए केवल Viagra ही एकमात्र समाधान है, यह भी एक भ्रांति है। हालांकि, Viagra इस समस्या के उपचार में मदद कर सकती है। लेकिन यह समस्या का मूल कारण नहीं है। अगर आपको यह समस्या है, तो चिकित्सक से सलाह लेना आवश्यक है।

मिथक 4: कम लिबीडो केवल आयु संबंधित है

कम लिबीडो केवल आयु संबंधित नहीं है। मानसिक स्वास्थ्य, शारीरिक स्वास्थ्य, और जीवनशैली भी शारीरिक संबंध की इच्छा पर प्रभाव डाल सकते हैं।

मिथक 5- क्या टॉयलेट सीट से यूटीआई या एसटीआई हो सकता है

डॉ शैलजा के अनुसार, टॉयलेट सीट से STI और UTI का फैलने की संभावना काफी कम है। जब तक मूत्रमार्ग सीट के संपर्क में नहीं आता है। ऐसे में टॉयलेट सीट के माध्यम से बैक्टीरिया प्रवेश करना काफी मुश्किल है।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।