डायबिटीज आज के समय में एक गंभीर विकार बन चुका है। भारत में आए दिन मधुमेह यानी डायबिटीज रोगियों की संख्या में इजाफा हो रहा है। ये दरअसल एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है, जिसकी चपेट में आने पर बॉडी या तो पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाती है या फिर इंसुलिन का उत्पादन होता तो है लेकिन शरीर ठीक ढंग से उसका उपयोग नहीं कर पाता है। ऐसे में बॉडी शुगर या कार्बोहाइड्रेट का अवशोषण नहीं कर पाती है। इससे ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है और बढ़ा हुआ ब्लड शुगर लेवल हार्ट, लिवर, किडनी, लंग्स, आंख सहित शरीर के कई अंगों के लिए खतरा बनता चला जाता है।
वहीं, क्योंकि फिलहाल डायबिटीज का कोई सही इलाज नहीं है और ना ही एक बार मधुमेह की चपेट में आने पर इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। ऐसे में पीड़ित शख्स को ताउम्र दवाइयों के सहारे ही रहना पड़ता है। हालांकि, एक राहत की बात यह है कि आप लाइफस्टाइल में हेल्दी बदलाव कर और अपने खानपान में कुछ खास चीजों को शामिल कर डायबिटीज की स्थिति पर काफी हद तक कंट्रोल जरूर पा सकते हैं। इसी कड़ी में इस लेख में हम आपको एक ऐसी ही खास टी के बारे में बता रहे हैं, जो मधुमेह रोगियों के लिए लाभकारी है।
दरअसल, हम भारतीय चाय खूब चाव के साथ पीते हैं, लेकिन मधुमेह रोगियों के लिए दूध वाली मीठी चाय का सेवन नुकसानदायक साबित हो सकता है। ऐसे में वे सहजन के पत्तों से तैयार हर्बल टी का सेवन कर सकते हैं। कई हेल्थ रिपोर्ट्स बताती हैं कि ये खास चाय मधुमेह रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है। साथ ही इसके सेवन से पेशेंट्स में इंसुलिन स्पाइक के खतरे को भी काफी हद तक टाला जा सकता है।
कैसे पहुंचाती है फायदा?
दरअसल, सहजन की पत्तियों में आइसोथियोसाइनेट नामक एक केमिकल कंपाउंड पाया जाता है, जो मधुमेह को कंट्रोल करने में सहायक है। इसके अलावा इस पौधे की पत्तियों में पाया जाने वाला क्लोरोजेनिक एसिड बॉडी में शुगर को बेहतर तरीके से प्रोसेस करने में मदद कर सकता है और इंसुलिन को भी प्रभावित कर सकता है। साल 2019 में पबमेड द्वारा चूहों पर किए गए एक टेस्ट में भी पाया गया है कि सहजन की पत्तियां प्रीडायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज में काफी असरदार हैं।
आइए जानते हैं इनसे हर्बल टी कैसे बनाएं-
इसके लिए सबसे पहले सहजन की कुछ पत्तियों को धोकर साफ कर लें। इसके बाद एक पैन में करीब डेढ कप पानी लेकर उसमें 10 से 15 साफ धुली हुई सहजन की पत्तियां डालकर उबाल लें। सही ढंग से उबल जाने के बाद इसमें जरूरत के अनुसार, अदरक गिसकर डाल लें और एक बार फिर इसे उबलने दें। जब आपको लगे की चाय ठीक तरह से उबल गई है तब गैस बंद कर दें और इसमें आधा चम्मच शहद मिलाकर इसका सेवन करें।
बता दें कि अदरक का सेवन भी मधुमेह रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। इसमें इंसुलिन के स्राव को बढ़ाने और बल्ड शुगर कंट्रोल करने के लिए कई गुण मौजूद होते हैं। वहीं, थोड़ी मात्रा शहद का सेवन भी फायदा पहुंचा सकता है। शहद में मौजूद पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट्स मधुमेह रोगियों के लिए अच्छे साबित हो सकते हैं, लेकिन इसमें उनके ब्लड शुगर का लेवल और अन्य स्थितियों का कंट्रोल में होना बेहद जरूरी है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।