डायबिटीज एक ऐसी क्रॉनिक बीमारी है जिसे कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी है। डायबिटीज को कंट्रोल नहीं किया जाए तो इस बीमारी के जोखिम बढ़ने का खतरा अधिक रहता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए लम्बे समय तक ब्लड में शुगर का स्तर हाई होने से कई बीमारियों जैसे दिल के रोगों,किडनी और लंग्स को नुकसान पहुंच सकता है। डायबिटीज की बीमारी धीरे-धीरे बॉडी को खोखला कर देती है। डायबिटीज के मरीजों के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि वो बॉडी को एक्टिव रखें,तनाव से दूर रहे और अपनी डाइट का सबसे अधिक ध्यान रखें। खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल इस बीमारी के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार है।

ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए डायबिटीज के मरीज अपनी डेली डाइट की लिस्ट बना लें और फिर उसी के मुताबिक दिन भर के खाने का सेवन करें। डायबिटीज के मरीज खाने में सॉल्यबल फाइबर यानि घुलनशील फाइबर से भरपूर फूड्स को शामिल करें।

घुलनशील फाइबर पानी में घुलनशील कार्बोहाइड्रेट का एक रूप है जिसे शरीर पचा नहीं पाता है। घुलनशील फाइबर पानी में घुल जाता है जो पाचन, मेटाबॉलिज्म और सेहत पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। आइए जानते हैं कि सॉल्यूबल फाइबर कैसे ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है और कौन-कौन से फूडस इससे भरपूर हैं।

घुलनशील फाइबर और ब्लड शुगर का स्तर:

कई रिसर्च में ये बात सामने आ चुकी है कि घुलनशील फाइबर के सेवन में मामूली वृद्धि भी ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद करती है। घुलनशील फाइबर दो तरीकों से ब्लड शुगर में सुधार करने में मदद कर सकता है। diabetes.co.uk पाचन तंत्र के माध्यम से मार्ग धीमा होने से पाचन हार्मोन को कार्य करने के लिए अधिक समय मिलता है और पानी के साथ एक जेल बनाकर, घुलनशील फाइबर कार्बोहाइड्रेट को छोटी आंत द्वारा जल्दी अवशोषित होने से रोकता है। शरीर फाइबर को अवशोषित करने और तोड़ने में असमर्थ है, यह अन्य कार्बोहाइड्रेट की तरह ब्लड शुगर में वृद्धि का कारण नहीं बनता है।

2000 में न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित रिसर्च में 6 सप्ताह तक मध्यम फाइबर डाइट की तुलना हाई फाइबर डाइट से की गई। मध्यम फाइबर आहार की तुलना में उच्च फाइबर डाइट में भोजन से पहले रक्त ग्लूकोज के स्तर में 0.7 mmol/l की कमी देखी गई, साथ ही ट्राइग्लिसराइड के स्तर और खाने के बाद के ब्लड शुगर के स्तर में भी कमी देखी गई।

साल्यूबल फाइबर पाचन को ठीक रखता है और वजन को कंट्रोल करता है। घुलनशील फाइबर इंसुलिन प्रतिरोध की संभावना को कम करने में मदद करता है। इंसुलिन प्रतिरोध तब होता है जब शरीर अपने खुद के इंसुलिन पर प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया नहीं करता है और यदि यह लगातार बना रहता है तो टाइप 2 डायबिटीज हो सकती है।

किन खाद्य पदार्थों में घुलनशील फाइबर होता है?

  • घुलनशील फाइबर के अच्छे स्रोतों में जई,फल और जामुन, विशेष रूप से सेब, स्ट्रॉबेरी और ब्लूबेरी शामिल है।
  • दाने और बीज
  • बीन्स, दालें और सब्ज़ियां
  • साबुत अनाज
  • फल
  • सेम, मटर और अन्य फलियां
  • सूखे मेवे
  • बीन्स, मटर और दालें फाइबर के बेहतरीन स्रोत हैं इनका सेवन करें।
  • दाने और बीज फाइबर से भरपूर फूड्स है।