पेशाब से बदबू आना एक आम समस्या है, क्योंकि इसमें यूरिया और अन्य वेस्ट प्रोडक्ट्स होते हैं, लेकिन अगर अचानक से तेज बदबू आने लगे, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। आमतौर पर लोग पेशाब में बदबू आने का कारण कम पानी पीने को मानते हैं। हालांकि, यह शरीर में छिपी किसी गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, कुछ मामलों में पेशाब में बदबू खाने-पीने या दवाओं के सेवन के कारण भी आती है, लेकिन दवा या फिर खानपान के चलते ऐसा नहीं है तो गंभीर बीमारियों का लक्षण हो सकता है। दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल के यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. अमरेंद्र पाठक ने बताया कि पेशाब में बदबू आने के क्या कारण हो सकते हैं।
डॉ. अमरेंद्र पाठक ने के मुताबिक, पेशाब के जरिए शरीर से कई वेस्ट प्रोडक्ट बाहर निकलते हैं, जिसमें यूरिया, क्रिएटिनिन, फॉस्फेट और कुछ एसिड होते हैं। इसके अलावा शरीर में पानी की कमी पेशाब की बदबू का सबसे आम कारण है। जब आप पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं, तो आपका पेशाब गाढ़ा हो जाता है और उसकी अमोनिया जैसी गंध तेज हो जाती है। सुबह के समय पेशाब में हल्की सी गंध आना सामान्य है, लेकिन अगर दिन भर पानी पीने के बाद भी यह गंध बनी रहती है, तो यह चिंता का विषय हो सकता है।
यूटीआई
यूटीआई महिलाओं में एक आम समस्या है, लेकिन यह पुरुषों को भी हो सकती है। इस संक्रमण में पेशाब से बदबू आने के साथ-साथ जलन, बार-बार पेशाब आना और पेट के निचले हिस्से में दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। यह बैक्टीरिया के कारण होता है। अगर समय पर इलाज न किया जाए, तो यह किडनी को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
डायबिटीज
अगर किसी को मधुमेह यानी शुगर है और उसका शुगर लेवल बहुत ज्यादा या बहुत कम है, तो उसके मूत्र से मीठी या अजीब गंध आ सकती है। कुछ मामलों में यह कीटोएसिडोसिस का संकेत हो सकता है, जो एक गंभीर स्थिति हो सकती है।
किडनी या लिवर की समस्या
अगर आपके पेशाब से सड़े हुए की गंध आ रही है, तो यह लिवर या किडनी की समस्या का संकेत हो सकता है। आपको बिना देर किए डॉक्टर से मिलना चाहिए, खासकर अगर आपका पेशाब गहरे रंग का, झागदार हो या उसमें खून के साथ दुर्गंध आ रही हो।
खानपान
कभी-कभी कुछ खास फूड्स खाने से भी पेशाब की गंध बदल सकती है। उदाहरण के लिए, ज्यादा मात्रा में लहसुन, प्याज, मछली या शतावरी जैसी सब्ज़ियां खाने से पेशाब में अजीब सी गंध आ सकती है। कैफीन और अल्कोहल का सेवन भी इसमें योगदान दे सकता है।
दवाओं का सेवन
कई मामलों में एंटीबायोटिक्स, विटामिन सप्लीमेंट्स (खासकर बी-कॉम्प्लेक्स), और मेडिकल ट्रीटमेंट लेने के बाद पेशाब की गंध में बदलाव आ सकता है। ये बदलाव आमतौर पर कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं, लेकिन अगर गंध लंबे समय तक बनी रहे, तो डॉक्टर से जांच करवाना जरूरी है।
कैसे करें बचाव
- प्रतिदिन कम से कम 8-10 गिलास यानी 3-4 लीटर पानी पिएं।
- नारियल पानी और नींबू पानी जैसे प्राकृतिक डिटॉक्स ड्रिंक्स पिएं।
- लक्षण बने रहें तो डॉक्टर को दिखाएं।
वहीं, द लैंसेट पब्लिक हेल्थ जर्नल में प्रकाशित एक नए अध्ययन से पता चलता है कि रोजाना सिर्फ 7,000 कदम चलना भी स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए काफी हो सकता है।