स्लिप डिस्क (Slip Disc) हमारी रीढ़ की हड्डी (spinal cord) के बीच में मौजूद मुलायम संरचना (soft texture) होती है जिसके कारण रीढ़ की हड्डी आराम से काम कर पाती है। ये डिस्क रीढ़ की हड्डियों के बीच में मौजूद गैप को बनाकर रखती है। कई बार चोट लगने की वजह से या फिर रीढ़ की हड्डियों के चारों तरफ मौजूद मांसपेशियों में कमजोर (muscle weakness)आने की वजह से डिस्क अपनी जगह से हटकर बाहर निकल जाती है। डिस्क के आस-पास मौजूद नसों पर प्रेशर पड़ता है जिसे मेडिकल भाषा में इसे स्लिप डिस्क कहा जाता है।
आरोग्य फिजियोथेरेपी क्लिनिक, छत्तीसगढ़,एमपी न्यूरोलॉजिस्ट, डॉक्टर एल शिवानी ने बताया है कि ये परेशानी गलत सीटिंग पोश्चर में बैठकर घंटों काम करने से हो सकती है। कई बार लेट कर या झुक कर पढ़ने से, अचानक झुकना, शारीरिक गतिविधि कम होने या अत्यधिक शारीरिक श्रम करने, देर तक ड्राइविंग करने, महिलाओं में डिलीवरी के बाद भी स्लिप डिस्क की परेशानी हो सकती है।
मोटापा के कारण (due to obesity),तम्बाकू का ज्यादा सेवन करने से, ज्यादा समय सोने से स्लिप डिस्क का खतरा रहता है। दुर्घटना में चोट लगने और पॉश्चर बिगड़ने की वजह से भी डिस्क पर असर पड़ता है। आइए जानते हैं कि स्लिप डिस्क की वजह से कौन-कौन सी परेशानियां होती है और इस परेशानी का उपचार कैसे करें।
स्लिप डिस्क की वजह से होने वाली परेशानियां: (Problems caused by slip disc)
स्लिप डिस्क होने पर कमर से लेकर एड़ी तक दर्द होना,पीठ के बीच में दर्द होता है। ये दर्द कुल्हों और जांघों तक भी रह सकता है। इस दर्द को सायटिका (sciatica)कहते हैं। कभी- कभी दर्द स्लिप डिस्क की वजह से कूल्हे, पैरों, हाथ, गर्दन, और पैर के पंजों तक हो सकता है। इस दर्द में मांसपेशियों में कमजोरी (muscle weakness) महसूस होती है। पैरों में झनझनाहट और सुन्नपन (tingling and numbness in the feet)महसूस होता है।
स्लिप डिस्क का बचाव कैसे करें: (How to prevent slipped disc)
स्लिप डिस्क से बचाव करना है तो लगातार एक पॉजिशन में नहीं रहें। 30-40 मिनट के बीच में अपनी पॉजिशन को बदलते (keep changing positions) रहें। रेगुलर एक्सरसाइज (regular exercise)करें।
स्लिप डिस्क का इलाज कैसे करें: (How to treat slipped disc)
- स्लिप डिस्क का इलाज उसके ग्रेड पर निर्भर करता है जो MRI से पता चल जाता है। ग्रेड 3 तक की पोजिशन में फिजियोथैरेपी और दवाईयों से 100 फीसदी तक इलाज किया जा सकता है।
- ग्रेड-4 की स्थिति में डिस्क की झिल्ली फट जाती है जो सर्जरी की मदद से ठीक होती है।
स्लिप डिस्क की परेशानी में डाइट कैसी होनी चाहिए: (diet For slip disc problem)
स्लिप डिस्क की परेशानी है तो डाइट में विटामिन डी का सेवन करें। विटामिन डी का सेवन करने के लिए आप डाइट में साबुत मछली, अखरोट,रागी,अंडा और संतरा, दूध और दूध से बनी चीजें, हरी पत्तेदार सब्जियां, हल्दी, ग्रीन टी, बादाम, रंगीन फलों का सेवन करें।