घंटो कुर्सी पर बैठकर काम करना, जंक फूड का सेवन और एक्सरसाइज नहीं करने की वजह से कमर के निचले हिस्से में दर्द की परेशानी हो सकती है। पीठ के निचले हिस्से में दर्द कभी-कभी एकदम से अचानक हो जाता है जिसकी वजह से उठना-बैठना और घंटों काम करना दूभर होता है। यह दर्द पीठ की मांसपेशियों का बहुत ज्यादा प्रयोग करने से होता है। जब रीढ़ को सहारा देने वाली मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है और मांसपेशियों में अकड़न आ जाती है जो लोअर बैक पैन होता है्
सीटिंग जॉब करने वाले युवा इस दर्द से सबसे ज्यादा परेशान रहते हैं। कमर के निचले हिस्से में दर्द के लिए आपका खराब लाइफस्टाइल, खराब खान-पान और स्टैंडिग पोश्चर जिम्मेदार है। नौकर पेशा लोग लंबे समय तक बैठकर डेस्क वर्क करते हैं, एक्सरसाइज नहीं करते, खाना स्किप करते हैं जिसकी वजह से उन्हें लोअर बैक पैन की परेशानी हो सकती है।
आप भी कमर के निचले हिस्से में हो रहे दर्द से परेशान हैं तो उसके कारणों को समझना जरूरी है तभी आप उसका इलाज कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि कमर के निचले हिस्से में दर्द का कारण क्या है और उसे दूर कैसे करें।
कमर के निचले हिस्से में दर्द का कारण: लम्बे समय तक गलत पॉश्चर में बैठे रहने से लोअर बैक पैन की परेशानी हो सकती है। अगर इस दर्द का उपचार नहीं किया जाए तो एंजाइटी और स्ट्रेस का कारण बन सकता है। गलत बिस्तर पर सोने से भी कमर के निचले हिस्से में दर्द की शिकायत हो सकती है।
लोअर बैक पैन का उपचार: आप अगर लोअर बैक पैन से परेशान हैं तो उसे दूर करने के लिए बॉडी को एक्टिव रखें। बॉडी को एक्टिव रखने के लिए रेगुलर वॉक और एक्सरसाइज करें। एक्सरसाइज दवाई और दूसरे ट्रीटमेंट से ज्यादा असरदार होती है।
थोड़े सख्त मैट्रेस का करें इस्तेमाल: कमर दर्द से परेशान हैं तो नर्म गद्दे और तकिए का इस्तेमाल करने के बजाए जूट के थोड़े सख्त मैट्रेस का इस्तेमाल करें। जूट के सख्त मैट्रेस कमर दर्द को दूर करेंगे।
सोने का तरीका बदलें: सोने का तरीका भी लोअर बैक पैन का कारण बन सकता है। आप बिस्तर पर टेड़े-मेढ़े किसी भी पोजिशन में सोते हैं तो सबसे पहले अपने सोने का तरीका बदले। सबसे अच्छा तरीका है कि आप करवट लेकर सोएं और पैरों के बीच में तकिया रखकर सोएं। करवट लेकर सोने से कमर दर्द से राहत मिलेगी।
तुलसी से करें दर्द का इलाज: ओअर बैक पेन से परेशान हैं तो तुलसी का सेवन करें। तुलसी कमर दर्द से राहत दिलाएगी। एक कप पानी में 8-10 तुलसी की पत्तियां डालकर उबालें। जब यह पानी आधा रह जाए तो उसमें एक चुटकी नमक डालकर पिएं। तुलसी का सेवन करने से लम्बे समय तक दर्द से राहत मिलेगी।