वजाइनल हेल्थ एक ऐसा टॉपिक है जिसके बारे में हम हर किसी से बात नहीं कर सकते, लेकिन ये हमारी हेल्थ से जुड़ा सबसे अहम मुद्दा है। वजाइना में थोड़ी सी भी परेशानी होने पर पूरी बॉडी का सिस्टम हिल जाता है। वजाइनल हेल्थ बैक्टीरिया और पीएच स्तर को अपने आप संतुलित कर सकती है। वजाइना में थोड़ी सी भी परेशानी होने पर उसके लक्षण बॉडी में दिखने लगते हैं। वजाइना में होने वाली इचिंग,अनियामित डिस्चार्ज, वजाइना में होने वाला इरिटेशन और चेहरे पर दिखने वाले मुहांसे वजाइनल इंफेक्शन के लक्षण हो सकते हैं। वजाइना में होने वाली ये सारी समस्याएं वजाइनल इंफेक्शन की वजह से होती है।
भारतीय योग गुरु, लेखक, शोधकर्ता और टीवी पर्सनालिटी डॉक्टर हंसा योगेंद्र (Hansa Yogendra) के मुताबिक वजाइना में होने वाली कोई भी परेशानी झुंझलाहट बढ़ाती है,आत्म विश्वास को कम करती है और आपकी रोजमर्रा की जिंदगी में दखल पैदा करती है। वजाइना को हेल्दी रखने के लिए वजाइनल हेल्थ का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। अब सवाल ये उठता है कि आखिर वजाइना को कैसे हेल्दी रखा जाए। वजाइना को हेल्दी रखने के लिए इन 5 खास टिप्स को अपनाएं तो आपकी वजाइना हेल्दी रहेगी और बीमारियों से होगा बचाव।
वजाइना की गर्म पानी से करें सिकाई
बाथटब में कुछ देर गुनगुने पानी में रहें आपकी वजाइना हेल्दी रहेगी। बाथ टब को गुनगुने या हल्के गर्म पानी से भरें और उसमें बॉडी को कुछ देर रखें। गर्म पानी वजाइना को साफ करेगा और इंफेक्शन से बचाव करेगा।
दही को करें डाइट में शामिल
अगर आप चाहती हैं कि आपकी वजाइना हेल्दी रहे और वजाइना में किसी तरह का इंफेक्शन नहीं हो तो आप डाइट में दही को शामिल करें। प्रोबायोटिक का सेवन इंफेक्शन से बचाव करता है। दही प्रोबायोटिक का नैचुरल सोर्स है जो आपकी बॉडी में हेल्दी बैक्टीरिया पैदा करते हैं। आप रोजाना दोपहर के खाने में दही को शामिल करें आपके पाचन के साथ ही आपकी वजाइनल हेल्थ भी दुरुस्त रहेगी। आप दही की जगह छाछ का भी सेवन कर सकती हैं। आप वजाइनल एरिया पर दही का भी इस्तेमाल पेस्ट के रूप में कर सकती हैं।
नियामित समय अंतराल में पेड को बदलें
वजाइनल हेल्थ को दुरुस्त करना चाहती हैं तो नियामित समय अंतराल में पेड को बदलते रहें। वजाइनल एरिया सूखा रहना जरूरी है। वजाइना में गीलापन इंफेक्शन का कारण बनता है। लम्बे समय तक पेड को लगाए रखने से वजाइनल एरिया गीला रहता है और इंफेक्शन बढ़ने का खतरा अधिक रहता है।
क्रैनबेरी का करें सेवन
क्रैनबेरी जूस का सेवन करने से इंफेक्शन का खतरा कम होता है। अगर आप वजाइना में किसी तरह का इंफेक्शन, इरिटेशन महसूस कर रही हैं तो आप रोज़ाना क्रैनबेरी का सेवन करें। क्रैनबेरी का सेवन करने से वजाइनल इंफेक्शन कंट्रोल रहता है और वजाइनल पस का भी इलाज होता है।
कंफर्ट अंडरगार्मेंट का करें इस्तेमाल
अगर आप वजाइना में किसी तरह की परेशानी को महसूस कर रहे हैं तो आरामदायक अंडरगार्मेंट का इस्तेमाल करें। कॉटन के साथ अंडरगार्मेंट का इस्तेमाल करने से वजाइनल इंफेक्शन से बचाव होता है।