कोलेस्ट्रॉल मोम जैसा एक चिपचिपा पदार्थ होता है,जो लीवर से उत्पन्न होता है। यह इंसान की कोशिका झिल्ली समेत शरीर के हर भाग में मौजूद होता हैं। कोलेस्ट्रॉल कोशिका झिल्ली का एक महत्वपूर्ण भाग है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) बढ़ना एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है। खराब डाइट,बिगड़ता लाइफस्टाइल और तनाव की वजह से पनपने वाली कोलेस्ट्रॉल की ये बीमारी लोगों को बेहद परेशान करती है।

कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है। हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन को HDL और लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन को LDL कहते हैं। आसान भाषा में एक खराब कोलेस्ट्रॉल और दूसरा गुड कोलेस्ट्रॉल होता है। जब यह गंदा पदार्थ खून की नसों में जमा होने लगता है तो इसका असर दिल पर, नसों के रोग, हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर और जानलेवा बीमारियों के रूप में सामने आता है।

बॉडी में कोलेस्ट्रॉल लेवल 200 mg/dl से कम होना ठीक रहता है। (LDL) यानी बैड कोलेस्ट्रॉल 100 mg/dl से कम, जबकि (HDL) यानि गुड कोलेस्ट्रॉल 60 mg/dl से ज्यादा और ट्राइग्लिसराइड 150 mg/dl से कम होना सही माना जाता है। बॉडी में कोलेस्ट्रॉल का स्तह हाई होने से बॉडी में उसके लक्षण दिखने लगते हैं। कॉर्डियो केयर के कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर नवीन अग्रवाल के मुताबिक जिस इंसान की बॉडी में कोलेस्ट्रॉल का स्तर हाई होता है उसकी स्किन पर कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण दिखने लगते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि कोलेस्ट्रॉल हाई होने पर स्किन पर कौन-कौन से संकेत दिखते हैं।

आंखों के आस-पास ज़ैंथेलास्मा (XANTHELASMA) दिखना कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के संकेत:

जिन लोगों की बॉडी में कोलेस्ट्रॉल का स्तर हाई होने लगता है उनकी आंखों के पास ज़ैंथेलास्मा दिखने लगता है। ज़ैंथेलास्मा से मतलब है आंखों के आस-पास पीला सा पदार्थ का जम जाना। आंखों के पास दिखने वाला ज़ैंथेलास्मा फैट होता है जो आंखों के आस-पास जमा हो जाता है। इसका साइज छोटा और बड़ा दोनों होता है। ये पेनलेस होता है लेकिन देखने में ये बेहद खराब लगता है। इसे हटाने के लिए लोग सर्जरी का सहारा लेते हैं। जिन इंसान का कोलेस्ट्रॉल 160 से 189 mg/dL तक होता है उनकी आंखों पर ज़ैंथेलास्मा देखने को मिलता है।

ज़ैंथोमास(XANTHOMAS) होना कोलेस्ट्रॉल हाई होने के संकेत

ज़ैंथोमस कोलेस्ट्रॉल हाई होने का सबसे आम संकेत है। यह लिपिडयुक्त मैक्रोफेगस के जमा होने के कारण होता है। इस स्थिति में पैपुला या नोड्यूल्स बन जाते हैं, लेकिन उनमें दर्द या खुजली नहीं होती। ये अलग-अलग साइज के बॉडी के किसी भी हिस्से में दिखने लगते है। इसमें दर्द नहीं होता है लेकिन देखने में बेहद खराब लगते हैं। कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल होने पर भी ये निशान दिखना बंद नहीं होते। इन निशान को सर्जरी करके निकाला जाता है।

आंखों में आर्कस सेनिलिस (arcus senilis) होना हाई कोलेस्ट्रोल के संकेत:

आर्कस सेनिलिस (Arcus Senilis)या कॉर्नियल आर्कस एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपकी आंखों में कॉर्निया के चारों तरफ नीले या भूरे रंग का एक रंगीन छल्ला बनने लगता है। यह परेशान मिडिल ऐज में कॉर्निया में कोलेस्ट्रॉल के जमाव के कारण होती है।

बॉडी में कहीं भी गाठ होना:

बॉडी में कहीं भी गाठ होना जिसे lipoma कहते हैं जो एक ट्यूमर है। ये ट्यूमर छोटा और बड़ा होता है इसमें दर्द नहीं होता। lipoma कोलेस्ट्रॉल हाई होने के संकेत है। कोलेस्ट्रॉल हाई होने से कंधे पर, हाथ पैरों पर कहीं भी ये ट्यूमर हो सकता है। स्किन पर इस तरह का ट्यूमर होना कोलेस्ट्रॉल हाई होने के संकेत है।