खराब खान-पान और बिगड़ते लाइफस्टाइल का असर सिर्फ बड़ों पर ही नहीं पड़ता बल्कि बच्चों पर भी पड़ता है। खराब डाइट की वजह कम उम्र में ही लोग ब्लड प्रेशर जैसी क्रॉनिक बीमारी का शिकार हो जाते हैं। हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी बीमारी है जिसने युवाओं के साथ ही बच्चों को भी अपनी गिरफ्त में ले लिया है। ब्लड प्रेशर का अधिक होना ना सिर्फ बड़ों के लिए बीमारियों का जोखिम पैदा करता है बल्कि बच्चों में भी कई बीमारियों का जोखिम बढ़ने लगता है।

व्यस्कों की तरह बच्चों में भी हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी होने के कारण एक जैसे हैं। अधिक वजन, खराब पोषण और व्यायाम की कमी के कारण बच्चे भी हाई ब्लड प्रेशर का मरीज होते हैं। हाई बीपी के शिकार बच्चे अगर डाइट पर कंट्रोल करे, खाने में नमक का सीमित सेवन करें और रेगुलर एक्सरसाइज करें तो इस बीमारी से बचाव किया जा सकता है। कुछ बच्चों को बीपी को कंट्रोल करने के लिए दवाईयों की जरूरत होती है। आइए जानते हैं कि बच्चों का ब्लड प्रेशर बढ़ने पर उनकी बॉडी में कौन-कौन से लक्षण दिखते हैं और उन्हें कैसे कंट्रोल किया जाए।

बच्चों में हाई ब्लड प्रेशर होने पर बॉडी में दिखने वाले लक्षण:

  • तेज सिरदर्द होना
  • उल्टी की शिकायत होना
  • छाती में तेज दर्द,
  • दिल की धड़कन का बढ़ना
  • सांस लेने में कठिनाई होना शामिल हैं।
  • अगर आपके बच्चे में इनमें से कोई भी लक्षण दिखते हैं तो आप तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

किन बच्चों में अधिक होता है हाई बीपी का खतरा:

बच्चों में हाई बीपी का पता कम उम्र में ही लग जाता है। हाई बीपी की बीमारी उन बच्चों को ज्यादा होती है जिनका जन्म समय से पहले होता है,जन्म के समय बच्चे का कम वजन होना, जन्मजात हृदय रोग और किडनी की कुछ समस्याएं होने वाले बच्चों को हाई बीपी की परेशानी हो सकती है। ऐसे बच्चों के बीपी की नियामित जांच की जानी चाहिए।

यदि आपके बच्चे का बीपी हाई है, तो समय-समय पर बच्चे के ब्लड प्रेशर की जांच कराएं। जिन बच्चों का वजन ज्यादा होता है उन्हें भी बीपी की परेशानी हो सकती है। बीपी की बीमारी फैमिली हिस्ट्री भी मायने रखती है। अगर समय रहते बीपी को कंट्रोल नहीं किया जाए तो बच्चे को स्ट्रॉक, हार्ट अटैक, दिल की धड़कन रूकना और किडनी के रोगों का खतरा हो सकता है।

बच्चों में हाई बीपी का बचाव कैसे करें:

  • बच्चों में हाई बीपी की बीमारी को रोकने के लिए उनके लाइफस्टाइल में बदलाव करें।
  • बच्चों के वजन को कंट्रोल करें। बढ़ता वजन बीमारियों का कारण बनता है।
  • हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए बच्चे की डाइट में नमक का सेवन कम कराएं ।
  • बच्चे की बॉडी को एक्टिव रखें। बच्चे को योगा और एक्सरसाइज कराएं।