Sesame Oil Benefits: सर्दियों के मौसम में त्वचा संबंधी समस्या होने का खतरा अधिक हो जाता है। ऐसे में अपनी स्किन का खास ख्याल रखना पड़ता है। स्किन और स्वास्थ्य के लिए तिल बहुत लाभकारी होते हैं। तिल खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। तिल के बीजों का इस्तेमाल कई तरह के व्यंजनों में भी किया जाता है। इसमें कई पौष्टिक और औषधीय गुण होते हैं। तिल से सिर्फ सेहत ही नहीं, बल्कि खूबसूरती भी बढ़ाई जा सकती है। इसके साथ तिल के तेल का भी प्रयोग किया जाता है। तिल के तेल (Til Ke Tel Ke Fayde) का उपयोग अधिकतर पूजन, बालों के उपचार और त्वचा पर लगाने के लिए किया जाता है। तिल का तेल लगाने से त्वचा संबंधी कई समस्याएं दूर हो सकती हैं।

तिल के तेल के फायदे

सर्दियों के मौसम में त्वचा पर तिल का तेल लगाने से कई समस्याओं को दूर किया जा सकता है। ऐसे ही तिल का तेल पूरे शरीर पर लगाने से कई बीमारियों से बचाव होता है। तिल के तेल का उपयोग आयुर्वेद में भी विभिन्न समस्याओं को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। तिल के तेल में ओमेगा-3, ओमेगा-6, और ओमेगा-9 फैटी एसिड होता है, जो फैटी एसिड हृदय रोग और कैंसर जैसी बीमारियों को रोकने में भी मदद करते हैं। तिल के तेल में कई औषधीय गुण भी होते हैं। चलिए आपको बताते हैं तिल के तेल के फायदे।

स्किन के लिए फायदेमंद

रात को सोने से पहले तिल का तेल चेहरे पर लगाने से चमक आएगी। प्रतिदिन ऐसा करने से कुछ दिनों के बाद आपको इसका परिणाम देखने को मिलेंगे, क्योंकि तिल के तेल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट यूवी क्षति से त्वचा की रक्षा करते हैं।

मांसपेशियों को मजबूती

तिल के तेल से शरीर की मालिश करना बहुत अच्छा होता है। सिर की अच्छी देखभाल करने से बाल भी हेल्दी रहते हैं। इसके अलावा शरीर के दर्द कम हो जाते हैं और त्वचा चमकदार और खूबसूरत दिखने लगती है। तिल के तेल में विटामिन और खनिज अच्छे होते हैं। यह मस्तिष्क के विकास में भी मदद करता है। यह पीठ और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।

बीपी करेंगा कंट्रोल

तिल के तेल से त्वचा की मालिश करने से हृदय स्वस्थ रहता है। हृदय की कार्यप्रणाली में सुधार होता है। ये अचानक होने वाले दिल के दौरे को रोकता है।

शरीर की सूजन होगी कम

शरीर की सूजन से पीड़ितों के लिए तिल का तेल बहुत अच्छा साबित हो सकता है। वे अगर कुछ दिनों तक अपने पूरे शरीर पर तिल के तेल की मालिश करें तो इससे न केवल सूजन नियंत्रित होगी, बल्कि जोड़ों का दर्द भी कम हो जाएगा। जोड़ और रक्त वाहिकाएं मजबूत होती हैं। माइग्रेन, कोलन कैंसर, सांस संबंधी समस्याएं भी कम हो जाती हैं। तिल के तेल का सेवन करने से शुगर को भी नियंत्रित किया जा सकता है। तिल के तेल में मौजूद टायरोसिन नाम का अमीनो एसिड, सेरोटोनिन को बढ़ाता है। सेरोटोनिन तनाव और अवसाद की भावनाओं से लड़ने में मदद करता है।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।