फैंस की नजरों में किसी भी एक्ट्रेस की खूबसूरती, स्टाइल और फिटनेस चर्चा का विषय होती है, लेकिन इन सबके पीछे कितना संघर्ष, मेहनत और अनुशासन छिपा होता है, इसका अंदाजा हम नहीं लगा सकते। कुछ साल पहले सारा अली खान अपने बढ़ते वजन की वजह से काफी परेशानियों का सामना कर रही थीं। उनका वजन 96 किलो तक बढ़ गया था और इस वजह से उन्हें न सिर्फ शारीरिक दर्द, बल्कि मानसिक दबाव भी झेलना पड़ रहा था। लेकिन, सारा अली खान ने कभी हार नहीं मानी और डॉक्टर्स और फिटनेस ट्रेनर की मदद से अपना वजन भी कम किया।

सारा अली खान ने 96 किलो से कम करके 51 किलो कर लिया है। आज उनकी वेट लॉस स्टोरी कई युवतियों के लिए प्रेरणा है। सारा ने वेट लॉस करने के लिए अपने लाइफस्टाइल से लेकर खानपान में भी बहुत बदलाव किया और कड़ी मेहनत करते हुए अपना वजन कम किया। चलिए आपको बताते हैं सारा के फैट से फिट होने और उनके ट्रांसफॉर्मेशन जर्नी में आखिर क्या बदलाव आया।

योग और पिलेट्स की बदौलत पाया टोन्ड लुक

सारा अली खान ने वजन कम करने के लिए योग और पिलेट्स को अपने वर्कआउट रूटीन में शामिल किया है। इन दोनों एक्सरसाइज से उनकी फ्लेक्सिबिलिटी बेहतर हुई है और उनकी मांसपेशियां टोन हुई हैं। पिलेट्स से उनकी कोर स्ट्रेंथ में भी सुधार हुआ है, जिससे वर्कआउट के दौरान थकान कम हुई है। सारा का कहना है कि नियमित योगाभ्यास से उन्हें मानसिक शांति भी मिली है, जो उनके वजन घटाने के सफर में एक अहम कदम रहा है।

सकारात्मक सोच

सारा अली खान के अनुसार, उनकी फिटनेस यात्रा में सकारात्मक सोच बेहद जरूरी है। शुरुआत में उन्हें वजन कम करना लगभग नामुमकिन सा लगता था, लेकिन उन्होंने हर दिन छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित किए। उन्होंने हर दिन खुद को थोड़ा-थोड़ा बेहतर बनाया और इस सकारात्मक रवैये ने उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया है। सारा का मानना है कि अगर मन मजबूत हो, तो शारीरिक बदलाव लाना मुश्किल नहीं है।

जंक फूड और चीनी से बनाई दूरी

सारा अली खान के आहार में प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी फैट्स की खास भूमिका रही। उन्होंने वजन कम करते हुए जंक फूड और चीनी से पूरी तरह दूरी बनाए रखने का फैसला किया। वह नाश्ते में अंडे या इडली खाती थीं, जबकि दोपहर के भोजन में सादा दाल-चावल और रात में हल्का भोजन उनके नियम थे। इस संतुलित आहार की वजह से न सिर्फ उनका वजन कम हुआ , बल्कि उन्हें जरूरी एनर्जी और पोषण भी मिला।

वहीं, द लैंसेट पब्लिक हेल्थ जर्नल में प्रकाशित एक नए अध्ययन से पता चलता है कि रोजाना सिर्फ 7,000 कदम चलना भी स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए काफी हो सकता है।