Rituraj Singh Death Due To Cardiac Arrest: मनोरंजन जगत से हाल ही में एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। मशहूर टीवी एक्टर ऋतुराज सिंह (RituRaj Singh Death) का निधन हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक्टर अग्नाशय यानी पैंक्रियाज से जुड़ी बीमारी से जूझ रहे थे। हालांकि, बीती रात कार्डियक अरेस्ट आने के चलते 59 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। आइए जानते हैं क्या होता है कार्डियक अरेस्ट, हार्ट अटैक से इतनी अलग है ये स्थिति और कैसे पहचानें इसके लक्षण-
क्या होता है कार्डियक अरेस्ट?
इसे लेकर जानकारी देते हुए शालीमार बाग के फोर्टिस अस्पताल में कार्डियोलॉजी और इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी के निदेशक और यूनिट प्रमुख डॉ. नित्यानंद त्रिपाठी बताते हैं, ‘कार्डियक अरेस्ट एक ऐसी स्थिति है जहां हृदय धड़कना बंद कर देता है। इससे शरीर के बाकी अंगों को ऑक्सीजन युक्त ब्लड नहीं मिल पाता है और इस तरह ये मौत का कारण बन जाता है। जबकि बात हार्ट अटैक की करें, तो दिल का दौरा पड़ने पर रक्त वाहिका में अचानक थक्का बनने के कारण हृदय के एक हिस्से को ऑक्सीजन युक्त ब्लड मिलना बंद हो जाता है। यानी ये दोनों ही स्थिति एक-दूसरे से काफी अलग हैं और दोनों ही जीवन के लिए खतरा हैं।’
कैसे पहचानें लक्षण?
डॉ. नित्यानंद त्रिपाठी के मुताबिक, हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट दोनों ही स्थिति में ऑटोमेटिक नर्वस सिस्टम प्रभावित होता है। इसके चलते व्यक्ति को अचानक तबीयत बिगड़ना, चक्कर आने या उल्टी आने जैसा महसूस हो सकता है।
इससे अलग रूबी हॉल क्लिनिक, पुणे के वरिष्ठ सलाहकार और हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राहुल पाटिल बताते हैं, ‘हार्ट अटैक के लक्षण आपको तबीयत अधिक बिगड़ने से पहले भी नजर आने लगते हैं, जबकि कार्डियक अरेस्ट अक्सर बिना किसी चेतावनी के होता है। कुछ खास मामलों में पीड़ित को सीने में तकलीफ होने, तेज दिल की धड़कन या सांस लेने में तकलीफ होने जैसा महसूस हो सकता है। इससे अलग का कार्डियक अरेस्ट आने पर व्यक्ति अचानक बेसुध होकर गिर जाता है साथ ही नाड़ी और श्वास की अनुपस्थिति होती है।
कैसे बच सकती है जान?
इसे लेकर डॉ. पाटिल बताते हैं, अगर आपको सीने में दर्द, तेज दिल की धड़कन, कमजोरी, चक्कर आना, सांस लेने में तकलीफ होने जैसा महसूस हो, तो तुरंत आपातकालीन चिकित्सा सहायता के लिए कॉल करें। इससे अलग होश रहने की स्थिति में आप अपने आसपास मौजूद लोगों से सीपीआर देने के लिए कह सकते हैं।
वहीं, अगर आप अपने आसपास किसी व्यक्ति में इस तरह के लक्षण देखते हैं या आपके सामने किसी व्यक्ति को कार्डियक अरेस्ट आता है, तो इस स्थिति में भी सीपीआर देने पर व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है।
कैसे देते हैं सीपीआर?
- इसके लिए सबसे पहले पीड़ित को पीठ के बल सीधा जमीन पर लिटा दें।
- अब, अपने दोनों हाथों की मदद से एक मिनट में 100-120 बार पीड़ित की छाती के बीच में जोर से और तेजी से पुश करें।
- ध्यान रहे आपको हर एक पुश के बाद छाती को वापस अपनी सामान्य स्थिति में आने देना है। इस तरीके को अपनाकर आप किसी की जान बचाने में योगदान कर सकते हैं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।