कुछ जड़ी-बूटियां इतनी असरदार होती हैं कि उनका नियमित सेवन कई बीमारियों का एक साथ इलाज करने में मदद करता है। नीम (Neem) ऐसी ही एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसे स्किन से लेकर शरीर के कई महत्वपूर्ण अंगों की सेहत बनाए रखने के लिए उपयोग कहा जाता है। नीम में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण पाए जाते हैं। यह हर्ब ब्लड को साफ करता है, पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है और स्किन की रंगत में निखार लाता है। इसका सेवन करने से स्किन पर फोड़े-फुंसी, दाद, खुजली जैसी समस्याओं का इलाज होता है।

नीम का सेवन करने से ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और लीवर की हेल्थ को दुरुस्त करने में मदद मिलती है। नीम की पत्तियों और फूलों का जूस या काढ़ा आयुर्वेद में इम्यूनिटी बढ़ाने, क्रॉनिक बीमारियों को रोकने और शरीर की सफाई के लिए नियमित रूप से किया जाता है। नीम का सेवन अकेले ही नहीं बल्कि मिश्री के साथ करने पर इसके लाभ और भी बढ़ जाते हैं। ये दोनों चीजें शरीर को ठंडक पहुंचाती है, गर्मी से जुड़ी परेशानियों को दूर करती हैं और अंदरूनी कमजोरी को दूर करती हैं।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आयुर्वेदिक भोजन के प्रेम के लिए जाने जाते हैं। मोदी बॉडी को हेल्दी रखने के लिए नीम की पत्तियां और मिश्री खाते हैं। आइए जानते हैं कि नीम के पत्तों के साथ मिश्री का सेवन करने से सेहत पर कैसा असर होता है।

नीम के फूल के फायदे

आयुर्वेद के अनुसार नीम के फूलों का सेवन गर्मी में किया जाए तो ये शरीर को शांत करने में मदद करते हैं। इन फूलों को पित्त शांत करने वाला माना जाता है और इसी कारण दक्षिण भारत में गर्मी की शुरुआत के समय इसका सेवन किया जाता है। नीम के गुणों की बात करें तो इसमें  एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो इम्यूनिटी को सुधारते हैं और क्रॉनिक बीमारियों का खतरा कम करते हैं। कोमल नीम की पत्तियों में एंटीमाइक्रोबियल, एंटीवायरल और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाते हैं।

इन पत्तों का सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है। ये पत्तें आंतों में मौजूद खराब बैक्टीरिया को मारते हैं और गुड बैक्टीरियां बढ़ाते हैं। इन का सेवन करने से कोलन की सफाई होती हैं। ये पत्ते कैंसर मैनेजमेंट में सहायक होते हैं। एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटी-डायबिटिक गुणों से भरपूर ये पत्ते शुगर को नॉर्मल करते हैं। आप नीम का सेवन उसकी गोलियां बनाकर भी कर सकते हैं। 

मिश्री के फायदे

आयुर्वेद के अनुसार मिश्री स्वाद में मीठी होती है जिसका सेवन करने से खांसी से निजात मिलती है। मिश्री सर्दी जुकाम से बचाव करती है। ये इम्यूनिटी को मजबूत करती हैं और हेमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाती है। मिश्री के नन्हे-नन्हें से दाने एनीमिया, पीला पड़ना, चक्कर आना, थकान और कमजोरी को दूर करते हैं। खाने के बाद सौंफ के साथ मिश्री का सेवन करने से पाचन में सुधार होता है। यह नैचुरल माउथ फ्रेशनर का काम करती है।

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