High Blood Sugar: जो लोग प्री-डायबिटीज या डायबिटीज से ग्रस्त होते हैं उन्हें खानपान को लेकर बेहद सजग रहना पड़ता है। मरीजों कुछ भी ऐसा खाने से बचना चाहिए जो उनका ब्लड शुगर बढ़ा दे। बता दें लोग जो भी खाते हैं उसके ब्रेकडाउन से शुगर निकलता है जो ब्लडस्ट्रीम में चला जाता है। मधुमेह रोगियों में इंसुलिन हार्मोन नहीं निकलता है, इस वजह से शरीर में उच्च रक्त शर्करा का स्तर बना रहता है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए लोगों को दवाइयों के साथ ही मूंगफली का सेवन करना चाहिए। इस सूखे मेवे में फाइबर, प्रोटीन, गुड फैट्स और अल्फा लिपोइक एसिड जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। आइए जानते हैं मूंगफली का सेवन कैसे रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है।
कम होती है ग्लाइसेमिक इंडेक्स वैल्यू: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार जीआई यानी ग्लाइसेमिक इंडेक्स एक ऐसा रेटिंग सिस्टम जिसमें खाद्य पदार्थों में कार्ब्स की मात्रा बतायी जाती है। बता दें कि कार्बोहाइड्रेट्स ब्लड शुगर बढ़ाता है। मूंगफली का जीआई वैल्यू केवल 14 होता है जो ब्लड शुगर को बढ़ने नहीं देता है। आप इसे सलाद में मिलाकर, स्मूदी, टोस्ट या फिर पीनट में खा सकते हैं।
ब्लड ग्लूकोज कम करता है: एक्सपर्ट्स मानते हैं कि रोजाना की डाइट में 10 से 20 ग्राम मूंगफली शामिल करने से ब्लड ग्लूकोज कंट्रोल करने में मदद मिलती है। ये आसानी से उपलब्ध होते हैं, इनका दाम कम और फायदों सें भरपूर होते हैं। साथ ही, मूंगफली में कार्बोहाइड्रेट कम मात्रा में पाए जाते हैं और गुड फैट्स ज्यादा होते हैं।
इंसुलिन सेंसिटिविटी होता है कम: मूंगफली में प्रचुर मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है जो इंसुलिन सेंसिटिविटी को कम करता है। बताया जाता है कि मूंगफली खाने से 42 प्रतिशत मैग्नीशियम की दैनिक जरूरत पूरी होती है। इसमें गुड फैट्स की मौजूदगी इन्हें और भी हेल्दी बनाती है।
ठीक रखता है पाचन: विशेषज्ञों का मानना है कि डायबिटीज से ग्रस्त मरीजों की पाचन शक्ति कमजोर होती है। ऐसे में इन लोगों को पेट संबंधी कई परेशानियां होती हैं। पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए मधुमेह रोगियों को फाइबरयुक्त फूड्स खाने चहिए। मूंगफली में भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होते हैं, ऐसे में इनका सेवन फायदेमंद होता है।