ओट्स और दलियां दोनों ही साबुत अनाज है जिसे टूटा हुआ अनाज भी कहते हैं। ओट्स और दलिया दोनों का सेवन सुबह के नाश्ते में किया जाता है। दोनों ही पोषक तत्वों से भरपूर और सेहत के लिए उपयोगी हैं। ओट्स और दलिया में मौजूद पोषक तत्वों की बात करें तो दोनों की न्यूट्रिशन वैल्यू में अंतर है और दोनों का सेहत पर अलग-अलग असर भी होता है।

स्पोर्ट न्यूट्रिशनिस्ट और फिटनेस ट्रेनर सबीह अहसान ने बताया कि दोनों ही फूड्स सेहत के लिए उपयोगी है और बेहतरीन नाश्ता भी हैं। वजन कम करने के लिए और बॉडी को एनर्जी देने के लिए ये अनाज बेहतरीन फूड हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि दलिया और ओट्स दोनों के सेहत को कौन-कौन से फायदे हैं और दोनों में से कौन सा ज्यादा बेहतर है। आइए जानते हैं कि किस बीमारी में दलिया का सेवन करना ज़हर की तरह साबित होता है।

दलिया के पोषक तत्व और फायदे

दलिया एक टूटा हुआ अनाज होता है जिसमें मौजूद पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें विटामिन B, विटामिन E, मैग्नीशियम और आयरन मौजूद होता है। इसमें फैट और कैलोरी बेहद कम होती है। फाइबर से भरपूर दलिया पाचन को दुरुस्त करता है और मल को सॉफ्ट बनाता है। इसे खाने से कब्ज की बीमारी से निजात मिलती है। बॉडी में होने वाली कमजोरी और थकान को दूर करने में दलिया का सेवन बेहद असरदार साबित होता है। इसे खाने से डायबिटीज का जोखिम कम होता है। दलिया की खीर और खिचड़ी बनाकर आप उसका सेवन कर सकते हैं।

दलिया का सेवन करने से पेट लम्बे समय तक भरा रहता है। दलिया का सेवन करने से वेट लॉस होता है। फाइबर से भरपूर दलिया कब्ज को दूर करने में जादुई दवाई है। कोलेस्ट्रॉल फ्री दलिया का सेवन कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है और दिल के रोगों से बचाव करता है। दलिया का सेवन आप सुबह के नाश्ते से लेकर रात के खाने तक में कभी भी कर सकते हैं।

ओट्स के पोषक तत्व और फायदे

ओट्स में मौजूद पोषक तत्वों की बात करें तो उसमें फाइबर, प्रोटीन,आयरन,जिंक और विटामिन बी मौजूद होता है जो सेहत के लिए उपयोगी है। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर ओट्स दिल के रोगों से बचाव करता है और पाचन को दुरुस्त करता है। इसका सेवन करने से वजन कंट्रोल रहता है। ओट्स का सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है और कोलेस्ट्रॉल भी कंट्रोल रहता है। जिन लोगों को कब्ज की शिकायत होती है वो इसका सेवन करें सेहत को फायदा होगा।

दलिया और ओट्स में क्या है बेहतर

ओट्स और दलिया में किसी एक को चुनना चाहते हैं तो दलिया का सेवन करें। दलिया ओट्स से ज्यादा बेहतर है। ये आपकी बॉडी को देर तक एनर्जी देता है। फिटनेस प्रेमी ओट्स का सेवन ज्यादा करते हैं क्योंकि ये जल्दी पचता है। ओट्स दलिया से बेहतर नहीं है क्योंकि वो काफी प्रोसेस से होकर गुजरता है। उसको रिफाइंड किया जाता है। दोनों में ज्यादा बेहतर विकल्प चुनने की बात आती है तो दलिया ओट्स से ज्यादा बेहतर है।

ओट्स जल्दी पच जाता है और इसे खाकर पाचन भी ठीक रहता है। कब्ज को दूर करने में बेहतरीन फूड है। डायबिटीज मरीज ओट्स और दलिया में से बेहतर विकल्प के रूप में दलिया को चुनें। दलिया ब्लड शुगर कंट्रोल करता हैं। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और ये धीरे-धीरे पचता है। इसे खाने के बाद शुगर तेजी से नहीं बढ़ती।

इन लोगों पर करता है ज़हर की तरह असर

जिन लोगों का पाचन खराब रहता है वो दलिया का सेवन करने से परहेज करें। दलिया का सेवन करने से पेट फूलने की परेशानी बढ़ सकती है। दलिया में मौजूद ग्लूटन ब्लोटिंग का कारण बनता है। कुछ लोगों को दलिया पचता नहीं है इसलिए उन्हें इससे परहेज करना चाहिए।