आजकल के लाइफस्टाइल के कारण अधिकतर लोगों को डायबिटीज (Diabetes) की शिकायत हो रही है। इसमें से ज्यादा लोग टाइप-टू डायबिटीज का शिकार हैं। केवल बड़े-बूढ़े ही नहीं बल्कि कम उम्र के लोग भी मधुमेह से ग्रस्त हैं। इसे जड़ से खत्म करना तो संभव नहीं है लेकिन कुछ घरेलू उपचारों से मधुमेह को कंट्रोल किया जा सकता है। दवाओं के बिना भी अपने लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करके और घरेलू नुस्खों की मदद से डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है।
बड़े काम की हैं कलौंजी
कलौंजी (Nigella Seeds) हर किसी की रसोई में आसानी से मिल जाती है। खाने के जायके को बदले के साथ-साथ इसे ब्लड शुगर (Blood Sugar) को कंट्रोल करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। कलौंजी को आप ऐसे भी खा सकते हैं और तेल में पकाकर भी उसका सेवन कर सकते हैं। कलौंजी में कई फायदेमंद एंटिऑक्सीडेंट्स होते हैं जो आपके शुगर लेवल को कंट्रोल करता है।
अगर आप चाहें तो इसकी चाय भी पी सकते हैं। पानी में 2 चम्मच कलौंजी को पकाएं। पानी आधा होने तक पकने दें। जब ये पक जाए तो इसे छान कर पीएं। इस चाय का सेवन खाली पेट करने से अधिक फायदा होगा। इस चाय का सेवन सुबह खाली पेट या रात के खाने से पहले कर सकते हैं। ये टाइप-टू डायबिटीज को कंट्रोल करती है।
टाइप-टू डायबिटीज के कारण और होने वाली परेशानियां
मोटापा, गलत खानपान, जंक फूड टाइप-टू डायबिटीज का बड़ा कारण है। टेक्नोलोजी के इस दौर में लोग अपने शरीर को जरूरत से ज्यादा आराम देने लगे हैं, जो सेहत के लिए काफी हानिकारक है। इससे आपके शरीर में न केवल शुगर लेवल बल्कि अन्य परेशानियां भी बड़ सकती हैं। जैसे ब्लड प्रेशर, जोड़ों में दर्द, नजर कमजोर, किडनी खराब होने जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं।
इलाज के साथ फॉलो करें ये स्टेप्स
जो लोग टाइप-टू डायबिटीज के मरीज हैं, उन्हें अपने खाने का सख्त ध्यान रखने की जरूरत है। उन लोगों को स्वस्थ खाद्य पदार्थ का ही सेवन करना चाहिए। इसके अलावा रोज वर्कआउट करें। जितना हो सके शरीर को चलाते रहें, हो सके तो दिन में दो बार आधा-आधा घंटा तेज गति में वॉक करें। अपने वजन को न बढ़ने दें ये ब्लड शुगर का बड़ा कारण हो सकता है।