दिसंबर महीने को खत्म होने में अब बस कुछ ही दिन बाकी हैं। इसके साथ ही हवाओं में ठंडक का एहसास और अधिक बढ़ने लगा है। वहीं, ठंड के मौसम में अधिकतर लोगों को सर्दी-खांसी या फ्लू जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। दूसरी ओर अलग-अलग देशों के बाद अब भारत में भी कोरोना के नए वेरिएंट JN.1 (Covid new variant JN.1) के मामले सामने आने लगे हैं। ऐसे में ज्यादातर लोग कॉमन कोल्ड, फ्लू और कोरोना को लेकर कंफ्यूज हैं। आइए हेल्थ एक्सपर्ट से जानें कैसे पहचाने इनमें अंतर और कब है डॉक्टर के पास जाने की जरूरत-
मामले को लेकर इंडियन एक्सप्रेस संग हुई एक खास बातचीत के दौरान मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, साकेत, नई दिल्ली के इंटरनल मेडिसिन के निदेशक डॉ. रोमेल टिक्कू बताते हैं, ‘सर्दी के मौसम में कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग अक्सर वारयल संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं। इसके चलते उन्हें खांसी-जुकाम जैसी परेशानियां घेर लेती हैं। हालांकि, अब क्योंकि भारत में भी JN.1 के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे में जरा भी बीमार पड़ने पर लोगों को इसे लेकर चिंता सताने लगती है। अक्सर लोगों के मन में यह संशय रहता है कि यह सामान्य सर्दी नहीं कोरोना है या इन्फ्लूएंजा है, क्योंकि इनके लक्षण लगभग एक ही जैसे होते हैं। इससे अलग कई लोग JN.1 की चपेट में आने पर भी इसे आम सर्दी-जुकाम समझकर इलाज नहीं करवाते हैं। इससे समय के साथ समस्या अधिक गंभीर हो जाती है। ऐसे में कॉमन कॉल्ड, फ्लू और कोविड के इस नए वेरिएंड के बीच फर्क कैसे करें, ये समझना जरूरी हो जाता है।’
कैसे करें सही पहचान?
इस सवाल का जवाब देते हुए डॉ. रोमेल टिक्कू बताते हैं, ‘सटीक जानकारी के लिए आरटी पीसीआर परीक्षण करना जरूरी है। हालांकि, आप कुछ मुख्य लक्षणों की पहचान कर भी अपनी कंडीशन के बारे में जानकारी पा सकते हैं।’
इन लक्षणों से करें पहचान
कॉमन कोल्ड
डॉक्टर के मुताबिक, कॉमन कॉल्ड होने पर आमतौर पर पीड़ित को खांसी-जुकाम, गले में खराश और नाक बहने जैसे लक्षण नजर आते हैं। कई बार उन्हें सिर में दर्द का एहसास भी हो सकता है। ऐसा रेस्पिरेटरी वायरस की चपेट में आने के चलते होता है। इससे अलग कॉमन कॉल्ड होने पर आपको न तो बुखार आता है और न ही आपको बदन दर्द की परेशानी से जूझना पड़ता है। साथ ही इस तरह की परेशानी मामूली दवा लेने या कुछ घरेलू उपचार को अपनाकर 4 से 5 दिनों में खुदबखुद ठीक भी हो जाती है।
फ्लू
फ्लू इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होता है और इसके कई प्रकार हैं। बात लक्षणों की करें, तो फ्लू होने पर पीड़ित को सिर दर्द के साथ-साथ बदन दर्द, तेज बुखार, उल्टी-मतली, दस्त, आदि परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ये स्थिति भी सही दवा के साथ आमतौर पर 4 से 5 दिनों में ठीक हो जाती है।
JN.1 के लक्षण
इन सब से अलग बात कोविड के नए वेरिएंट JN.1 के लक्षणों की करें, तो इसकी चपेट में आने पर आपको बहती नाक, खांसी, सिर में तेज दर्द के साथ-साथ अधिक कमजोरी या थकान महसूस होना, मांसपेशियों में तेज दर्द और ऐंठन होना, गले में खराश, नींद न आने की समस्या, एंग्जाइटी, बार-बार उल्टी आना या दिन में तीन से अधिक बार बाथरूम जाने की जरूरत महसूस होना, आदि लक्षण नजर आ सकते हैं। ये स्थिति अधिक गंभीर महसूस होती है।
कब है डॉक्टर के पास जाने की जरूरत?
अगर आपको लगातार 2 दिन से इस तरह के लक्षण महसूस हो रहे हैं, साथ ही आपको तीसरे दिन भी 100 डिग्री सेल्सियस या इससे अधिक बुखार है, सर्दी-जुकाम के साथ-साथ तेज बदनदर्द है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।