सर्दी जैसे-जैसे बढ़ रही है वैसे-वैसे उसका असर हमारी बॉडी के अंगों पर दिखने लगा है। इस मौसम में ठंडी हवाएं नर्व प्रोब्लम को बढ़ा देती हैं। हमारी पूरी बॉडी में छोटी-छोटी ट्यूब्स मौजूद होती हैं जिन्हें ब्लड वैसल्स कहते हैं। ये रक्त वाहिकाएं ही सुनिश्चित करती हैं कि हमारी बॉडी के हर हिस्से को जीवित रहने के लिए आवश्यक पोषक तत्व और ऑक्सीजन की जरूरत है। अक्सर लोगों को सर्दी में हाथ और पैरों की नसों में दर्द की परेशानी बहुत होती है। यदि आपका तंत्रिका तंत्र क्षतिग्रस्त है या ठीक से काम नहीं कर रहा तो न्यूरोपैथिक दर्द यानी नसों में दर्द की शिकायत हो सकती है।

नसों में होने वाले दर्द के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं जैसे डायबिटीज,नशीली दवाईयां,एड्स,चेहरे की तंत्रिका संबंधी समस्याएं,कीमोथेरेपी दवाएं,स्पाइनल नर्व कम्प्रेशन या सूजन,ट्रामा या सर्जरी के कारण नर्व डैमेज हो सकती है। नर्व डैमेज होने से बॉडी में जो लक्षण दिखते हैं उनमें झुनझुनी और सुन्नपन होना,पिन और सुई चुभने जैसा महसूस होना और दर्द महसूस होने जैसे लक्षण दिखते हैं। कई बार मांसपेशियों में सिकुड़न, मांसपेशियों की थकान,ज्यादा टहलना, व्यायाम, तनाव, खून के थक्के जमने से बनी गांठ, घुटनों, हिप्स व पैरों में ठीक ढंग से रक्त संचरण न हो पाने की वजह से भी नर्व पेन हो सकता है।

फिजिकल थेरेपी की डॉक्टर चेरी के मुताबिक नसों की इस समस्या का उपचार करने के लिए आप डाइट में कुछ सुपरफूड्स का सेवन करें। सुपरफूड्स से मतलब कुछ सीड्स से हैं जिनका सेवन करके आप आसानी से नर्व पेन की समस्या का उपचार कर सकते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि कौन-कौन से 3 सीड्स हैं जो नसों से जुड़ी परेशानी को दूर करने में असरदार साबित होते हैं।

कद्दू के बीज का करें सेवन

कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि कद्दू के बीज नर्व प्रोब्लम को दूर करने में असरदार साबित होते हैं। कद्दू के सीड्स पोषक तत्वों का पावर हाउस हैं जिसमें बॉडी के लिए जरूरी मिनरल्स जैसे प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, मौग्नीशियम,आयरन, गुड फैट और घुलनशील फाइबर मौजूद होता है जो बॉडी को पोषण देता है। कद्दू के बीज का सेवन करने से नर्व फंग्शन दुरुस्त होता है और क्षतिग्रत नर्व का उपचार होता है। आप जानते हैं कि आपकी नसों को पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम की जरूरत होती है जो इन सीड्स से पर्याप्त मात्रा में मिलती है। इन सीड्स का सेवन करने से दर्द,नसों में सुन्नपन और सुई चुभने जैसी परेशानी का उपचार होता है।

अलसी के बीज का करें सेवन

अलसी के बीज पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जिनका सेवन करके नर्व से जुड़ी परेशानियों का उपचार होता है। इन सीड्स में अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA) पाया जाता है जो एक आवश्यक ओमेगा-3 फैटी एसिड है। यह एसिड मानव वृद्धि और विकास के लिए जरूरी है। ऐसा माना जाता है कि अल्फ़ा-लिनोलेनिक एसिड सामान्य हृदय गति और पंपिंग को बनाए रखने में मदद करता है और दिल के रोगों का जोखिम कम करता है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि ये एसिड सूजन को दूर करता है और नर्व से जुड़ी समस्याओं का उपचार करता है। इसका सेवन करने से न्योरोपैथी से जुड़े लक्षण भी कंट्रोल होते हैं।

चिया सीड्स से करें नर्व का इलाज

एक्सपर्ट के मुताबिक चिया सीड्स का सेवन करने से नर्व डैमेज और नर्व पेन दोनों से राहत मिलती है। इन सीड्स का सेवन करने से नसों में होने वाला दर्द और सूजन कंट्रोल रहती है। हाई फाइबर से भरपूर ये सीड्स डायबिटिक न्यूरोपैथी के लक्षणों को कंट्रोल करता हैं।