नवरात्रि का पर्व सिर्फ पूजा और व्रत का ही नहीं, बल्कि स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन का भी प्रतीक है। नवरात्रि 2025 की नौ दिनों की भक्ति और उत्साह में व्रत के दौरान लोग दिन में एक या दो बार ही भोजन करते हैं। इस पावन पर्व पर भक्ति केवल पूजा-पाठ में ही नहीं बल्कि खाने में भी झलकती है। खासकर व्रत तोड़ते समय थाली में मीठा जरूर शामिल किया जाता है, लेकिन खाने में स्वाद के साथ-साथ सेहत का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। अगर, आप भी नवरात्रि का व्रत रख रहे हैं तो डाइट में हेल्दी स्वीट्स को शामिल करना लाभकारी हो सकता है, क्योंकि ये स्वाद और पोषण का परफेक्ट संगम है।
नवरात्रि 2025, व्रत रखने वाले लोगों के मन अक्सर ये सवाल दौड़ता है कि मीठे में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए, क्योंकि व्रत के दौरान सेहत का ध्यान रखना भी बहुत ही जरूरी है। ऐसे में मखाना खीर, सिंघाड़े के आटे का हलवा, नारियल लड्डू, शकरकंद हलवा और सामक की खीर जैसे हेल्दी स्वीट्स न केवल आपके मीठा खाने की इच्छा को पूरा करते हैं, बल्कि सेहत को भी दोगुना फायदा पहुंचाते हैं। इस नवरात्रि इन पारंपरिक मिठाइयों को अपनी थाली का हिस्सा बनाएं और उत्सव को हेल्दी अंदाज में मनाएं।
मखाना खीर
नवरात्रि का जिक्र मखाना खीर के बिना अधूरा है। भुने हुए मखाने और दूध को धीमी आंच पर पकाकर बनी यह खीर स्वाद और सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। जब मखाने दूध में गलकर हल्के गाढ़े हो जाएं, तो इसमें मीठेपन के लिए गुड़ डालें। यह न केवल प्रसाद के रूप में परोसी जाती है, बल्कि वजन कंट्रोल करने और ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रखने में भी सहायक है। मखाना खीर खाने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं। मखाना खीर कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर होती है। इसमें कैलोरी और फैट कम होने से डायबिटीज के मरीज भी इसे सुरक्षित रूप से खा सकते हैं।
सिंघाड़े के आटे का हलवा
सिंघाड़े के आटे से बना हलवा नवरात्रि थाली के लिए बहुत शानदार विकल्प है। यह हलवा गुड़, देसी घी और मेवों के साथ तैयार किया जाता है। सिंघाड़े का आटा प्राकृतिक रूप से ग्लूटेन-फ्री होने के कारण पेट के लिए हल्का और पचने में आसान है। सिंघाड़े का आटा फाइबर से भरपूर है और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है। ऐसे में व्रत के दौरान लोग इसे बिना कुछ सोचे समझे खा सकते हैं।
नारियल लड्डू
कसा हुआ नारियल, गुड़ या खजूर से बने नारियल लड्डू व्रत के दौरान मीठा खाने की इच्छा को हेल्दी तरीके से पूरा करते हैं। इसमें रिफाइंड शुगर का इस्तेमाल नहीं होता, जिससे विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स बरकरार रहते हैं। गुड़ में मौजूद मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं और एनर्जी देते हैं।
शकरकंद का हलवा
मीठे आलू यानी शकरकंद से बना हलवा नवरात्रि में बेहद पौष्टिक विकल्प है। उबली और मैश की हुई शकरकंद को घी, मेवा और गुड़ के साथ पकाकर यह हलवा तैयार किया जाता है। शकरकंद फाइबर, कार्बोहाइड्रेट और हेल्दी फैट्स से भरपूर है, जो लंबे उपवास के बाद शरीर को तुरंत एनर्जी प्रदान करता है।
सामक की खीर
व्रत की थाली सामक की खीर के बिना पूरी नहीं होती। सामक के मिलेट्स को भूनकर दूध या पानी और गुड़ के साथ पकाया जाता है। ऊपर से मेवों का तड़का इसे और स्वादिष्ट बना देता है। सामक ग्लूटेन-फ्री है और इसमें फाइबर, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं। यह पाचन तंत्र को मजबूत करने और हार्ट हेल्थ सुधारने में मददगार है।
वहीं, फिटनेस ट्रेनर नवनीत रामप्रसाद के अनुसार, सिर्फ लंबी वॉक करना 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को मजबूत बनाने के बजाय और भी कमजोर कर सकता है।