सुबह उठते ही पेट फूलना और गैस महसूस होना एक आम समस्या है, जो अक्सर रात के दौरान होने वाली पाचन प्रक्रियाओं से जुड़ी होती है। सोते समय हमारा पाचन तंत्र धीमा हो जाता है, जिससे रात का खाना पूरी तरह नहीं टूट पाता और गैस बनने लगती है। खासतौर पर अगर रात में खाना देर से खाया है या फिर भारी भोजन किया है तो सुबह ब्लोटिंग अधिक महसूस होती है। रात के खाने में दालें, राजमा, चना, पत्ता गोभी, प्याज या डेयरी प्रोडक्ट का ज्यादा सेवन करने से सुबह पेट में ज्यादा गैस बनती है। कम पानी पीने से भी खाना सही से पच नहीं पाता, जिससे फर्मेंटेशन बढ़ता है और गैस बनती है।
कब्ज होने पर आंतों में मल रुकने से गैस बाहर नहीं निकल पाती, जिससे पेट भारी और फूला हुआ लगता है। तेज-तेज खाना, स्ट्रॉ से ड्रिंक लेना या च्यूइंग गम चबाने से पेट में हवा चली जाती है, जो रातभर जमकर सुबह ब्लोटिंग की वजह बनती है। कई लोगों में दूध या ग्लूटेन जैसी चीजों से असहनीयता भी गैस का कारण बनती है, जबकि महिलाओं में हार्मोनल बदलाव के समय गैस की समस्या और ज्यादा दिखाई देती है।
अगर आप भी सुबह उठते ही पेट की गैस से परेशान रहते हैं तो आप अपनी डाइट में कुछ बदलाव करें और लाइफस्टाइल में सुधार करें। कुछ फूड्स ऐसे हैं जो ब्लोटिंग को कंट्रोल कर सकते हैं। अगर सुबह-सुबह पेट की गैस और पेट फूलने की समस्या से निजात पाना चाहते हैं तो आप रोज सुबह इन आदतों को अपनाएं। लाइफस्टाइल और डाइट में किए गए छोटे-छोटे बदलाव आपकी ब्लोटिंग की परेशानी का इलाज कर सकते हैं।
सुबह उठकर पानी पिएं
सुबह पानी पीना भले ही साधारण लगता हो, लेकिन रिसर्च बताती है कि यह पाचन, मेटाबॉलिज़्म और गैस को कम करने में मददगार है। डाइट में फाइबर के साथ पर्याप्त पानी लेने से कब्ज में सुधार होता है, जिससे गैस बनने की संभावना कम होती है। सुबह उठने के 30–60 मिनट के अंदर एक गिलास पानी पीना रातभर की पानी की कमी को पूरा करता है और पाचन को सक्रिय करता है और गट हेल्थ में सुधार करता है।
हल्की शारीरिक गतिविधि जरूर करें
शारीरिक गतिविधि सिर्फ वजन कंट्रोल करने में ही नहीं, बल्कि गैस और ब्लोटिंग घटाने में भी कारगर है। हल्की एक्सरसाइज आंतों की मांसपेशियों को सक्रिय करती है, गैस को आगे बढ़ाती है और कब्ज से राहत देती है। रिसर्च बताती है कि हल्की से मध्यम गतिविधि आंतों की पेरीस्टाल्सिस बढ़ाती है, जिससे भोजन और गैस आगे बढ़ती है।
आंतों के माइक्रोबायोम को प्रोबायोटिक्स से सपोर्ट करें
आंतों में अच्छे बैक्टीरिया का संतुलन गैस और पाचन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। माइक्रोबायोम का असंतुलन भोजन को ज्यादा फर्मेंट होने देता है, जिससे गैस और ब्लोटिंग बढ़ती है। रिसर्च में पाया गया है कि प्रोबायोटिक्स हानिकारक बैक्टीरिया को कम करते हैं और अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं। आप सुबह के नाश्ते में दही, केफिर, किम्ची, सौकरॉट, मिसो जैसे फूड्स का सेवन करें।
सौंफ खाएं
सौंफ सुबह की ब्लोटिंग कम करने का एक सरल और रिसर्च बेस्ड उपाय है। आधुनिक अध्ययनों के अनुसार सौंफ में मौजूद एनेथोल आंतों की मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और फंसी हुई गैस को आसानी से बाहर निकलने देता है। खाने के बाद 1 चम्मच सौंफ चबाना या सौंफ की चाय पीना फायदेमंद है।
रात के खाने में बदलाव करें
आप क्या खाते हैं और कब खाते हैं दोनों सुबह की ब्लोटिंग पर गहरा असर डालते हैं। रिसर्च बताती है कि रात में भारी, तैलीय या गैस बनाने वाले भोजन लेने से रात भर भोजन अधिक फर्मेंट होता है, जिससे पेट में गैस बनती है। सोने से 2–3 घंटे पहले भारी भोजन करने से गैस्ट्रिक एम्प्टींग धीमी होती है और गैस बनना बढ़ जाता है। ब्लोटिंग कंट्रोल करने के लिए रात को हल्का, आसानी से पचने वाला भोजन करें।
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