मोरिंगा लीव्स यानी सहजन की पत्तियां तेजी से लोकप्रिय बन गई हैं। इन पत्तियों का वैज्ञानिक नाम Moringa Oleifera है जो पोषक तत्वों का पावरहाउस मानी जाती हैं। इनमें मौजूद शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट सेल्स को नुकसान से बचाते हैं और इम्यूनिटी मजबूत बनाते हैं। विटामिन A, B12, कैल्शियम, आयरन और फाइबर से भरपूर होने के कारण ये पत्तियां आंखों की रोशनी बढ़ाती हैं, पाचन सुधारती हैं। इसका सेवन करने से क्रॉनिक कब्ज का भी इलाज होता है। मोरिंगा के पत्ते पेट की गैस और एसिडिटी में राहत देते हैं। योग विशेषज्ञ डॉ. हंसा योगेंद्र के अनुसार, मोरिंगा लीव्स कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करती हैं और दिल को हेल्दी रखती हैं। इनके सेवन से दिमाग तेज होता है, हड्डियां मजबूत बनती हैं और शरीर को प्राकृतिक ऊर्जा मिलती है। पारंपरिक भारतीय भोजन में इस्तेमाल होने वाली ये पत्तियां आज दुनिया भर में सुपर फूड के रूप में यूज हो रही हैं। इन पत्तियों से बिना साइड इफेक्ट के ही बॉडी को भरपूर पोषण मिलता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर सद्गुरु तक, आयुर्वेद से लेकर मॉडर्न मेडिकल साइंस तक, हर जगह मोरिंगा लीव्स को सुपरफूड बताया गया है। पोषक तत्वों से भरपूर इन पत्तियों को मिरेकल ग्रीन्स भी कहा जाता है। विटामिन A, C, E, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम और हाई-क्वालिटी प्लांट प्रोटीन से भरपूर ये पत्तियां इम्युनिटी बढ़ाने, पाचन ठीक करने, त्वचा और ऊर्जा स्तर को बेहतर बनाने में मदद करती हैं।
एक अध्ययन Moringa oleifera is a Prominent Source of Nutrients with Potential Health Benefits के मुताबिक, मोरिंगा पत्तियों में पाए जाने वाले फ्लेवोनॉयड, अल्कलॉइड और टैनिन जैसे बायोएक्टिव कंपाउंड डायबिटीज कंट्रोल करने, एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव देने, माइक्रोब्स से लड़ने और दिमाग को सुरक्षित रखने में मददगार हैं। आइए जानते हैं कि रोज मोरिंगा के पत्तों का सेवन करें तो सेहत को कौन-कौन से फायदे होते हैं और बिगड़ा हुआ पाचन ठीक होता है।
मोरिंगा के सेहत के लिए फायदे
मोरिंगा के पत्ते एक शक्तिशाली सुपरफूड माने जाते हैं, क्योंकि इनमें एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में होते हैं। इन पत्तों का नियमित सेवन पाचन को मजबूत बनाता है। ये पत्तियां कब्ज, गैस तथा एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत देती हैं। इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को फ्री-रैडिकल्स से बचाकर इम्यूनिटी बढ़ाते हैं और क्रोनिक बीमारियों के जोखिम को कम करते हैं।
मोरिंगा के पत्ते विटामिन B12 के प्राकृतिक स्रोत माने जाते हैं, जो दिमाग और नर्वस सिस्टम के लिए बहुत आवश्यक है। विटामिन B12 की कमी से थकान, कमजोरी, चक्कर, मेमोरी लॉस और हाथ-पैरों में झनझनाहट जैसी समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे में मोरिंगा का नियमित सेवन शरीर में B12 के स्तर को संतुलित रखने में मदद कर सकता है और मानसिक क्षमता, ऊर्जा तथा मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाता है। सहजन की पत्तियां शरीर को गहराई से पोषण, शक्ति और सुरक्षा देती हैं।
मोरिंगा के पत्तों का सेवन कैसे करें
मोरिंगा टी
सुबह की शुरुआत मोरिंगा चाय से कर सकते हैं। इसके लिए ताज़ी या सूखी मोरिंगा पत्तियों को गर्म पानी में डुबोकर उसमें थोड़ा शहद और नींबू मिलाएं। ये चाय एक हल्का, इम्युनिटी बूस्टिंग ड्रिंक बन जाएगी।
स्मूदी में मिलाकर पिएं
ब्रेकफास्ट के समय फल वाली स्मूदी में एक मुट्ठी ताज़ी मोरिंगा पत्तियां या आधा चम्मच मोरिंगा पाउडर मिलाएं। इससे स्मूदी पोषण और एंटीऑक्सीडेंट से भर जाती है।
मोरिंगा दाल का करें सेवन
तूर या मूंग दाल में बारीक कटी मोरिंगा पत्तियां डालकर पकाने से यह दाल प्रोटीन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट का पौष्टिक मिश्रण बन जाती है। ऊपर से घी और जीरे का तड़का इसका स्वाद बढ़ाता है। इसे रोटी या चावल, दोनों के साथ खाया जा सकता है।
मोरिंगा स्टर-फ्राई
यह एक आसान देसी सब्ज़ी है। मोरिंगा पत्तियों को लहसुन, प्याज, आलू और मसालों के साथ हल्की आंच पर भूनें। इसे लोहे की कड़ाही में बनाने पर आयरन कंटेंट और बढ़ जाता है।
मोरिंगा पराठा खाएं
यह मोरिंगा से बनने वाली सबसे लोकप्रिय रेसिपियों में से एक है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पसंद करते हैं। मोरिंगा पत्तियों को बारीक काटकर गेहूं के आटे में मिलाएं और साथ में अजवाइन, अदरक, लहसुन, नमक और काली मिर्च भी डालें। यह बेहद पौष्टिक और स्वादिष्ट पराठा बनता है।
मोरिंगा सूप पिएं
सर्दियों की शामें गर्म और आरामदायक बनाने के लिए सब्ज़ियों के शोरबे में धोई और भुनी मोरिंगा पत्तियां डालें। यह एंटी-इंफ्लेमेटरी, इम्युनिटी-बूस्टिंग सूप है। इसे रागी क्रैकर्स के साथ भी खाया जा सकता है।
मोरिंगा ऑमलेट का करें सेवन
सुबह के नाश्ते में यह एक पावर-पैक विकल्प है। ऑमलेट के घोल में मोरिंगा पत्ते, प्याज, हरी मिर्च, नमक, काली मिर्च और धनिया मिलाएं। इसमें प्रोटीन, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में मिलते हैं।
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