Measles Case In US: अमेरिका में खसरे की बीमारी ने तबाही मचाकर रखी है। अमेरिका में इसका प्रकोप बहुत तेजी से फैल रहा है। खसरे के अब तक 642 मामले सामने आए हैं, जिनमें से ज्यादातर टेक्सास में हैं। इसके चलते दो बच्चों की मौत भी चुकी है। इस बीमारी का असर बच्चों पर सबसे ज्यादा दिखाई देता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हर साल 2 लाख बच्चों की मौत खसरा से हो जाती है। हालांकि, खसरे का टीका भी बहुत पहले से बना हुआ है। खसरे के टीके (MMR) बच्चों को 9-12 महीने की उम्र में और 12-15 महीने की उम्र के बीच दिए जाते हैं। स्वास्थ्य सचिव रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर के मुताबिक, खसरे की बीमारी बीना टीकाकरण वाले व्यक्तियों में फैलती है। ऐसे में उन्होंने लोगों से टीकाकरण पूरा कराने की अपील की है।
क्या है खसरा?
खसरा (Measles) एक संक्रामक वायरल बीमारी है, जो सांस के जरिए फैलती है और बुखार, खांसी, नाक बहना, आंखों में सूजन और पूरे शरीर पर लाल चकत्ते जैसे लक्षणों के साथ शुरू होती है। यह बीमारी संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से सांस की बूंदों के माध्यम से फैलती है। खसरा, खसरे के वायरस के कारण होता है, जो पैरामाइक्सोविरिडे परिवार के मोर्बिलिवायरस जीनस से संबंधित है।
खसरा कैसा दिखता है?
खसरे के दाने आमतौर पर आपके चेहरे पर चपटे धब्बों के रूप में शुरू होते हैं। हल्की त्वचा पर, यह लाल दिखाई देता है। गहरे रंग की त्वचा पर यह बैंगनी या उसके आस-पास की त्वचा से ज्यादा गहरा दिखाई दे सकता है या इसे देखना मुश्किल हो सकता है। इसके दाने गर्दन, छाती, पीठ, हाथ, पैर और पंजों पर नीचे की ओर फैलते हैं।
खसरा संक्रमण के प्रकार
खसरा मुख्य तौर पर दो प्रकार का होता है। एक सामान्य खसरा (Measles), जिसे रूबेला भी कहा जाता है और दूसरा जर्मन खसरा (Rubella), जो रूबेला वायरस से होता है। इसके अलावा खसरे के अन्य प्रकार भी होते हैं।
मॉडिफाइड खसरा
आमतौर पर यह मीजल्स उन व्यक्तियों में उत्पन्न होता है, जो पोस्ट एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस के रूप में प्रतिरक्षा ग्लोब्युलिन प्राप्त करते हैं। वे शिशु जो मां से गर्भ के दौरान अवशिष्ट खसरा एंटीबॉडी प्राप्त करते हैं, उनमें भी यह हो सकता है।
एटिपिकल खसरा सिंड्रोम
इस बीमारी की खोज लगभग 17 साल पहले हुई थी। यह उन लोगों में देखी जाती है, जिन्हें खसरे के खिलाफ प्रतिरक्षित किया गया था परंतु उन्हें पुराने किल्ड-मीजल्स वायरस के टीके या क्षीण अटेंउट-लाइव मीजल्स के टीके दिए गए थे जो निष्क्रिय हो गए थे। एटिपिकल मीजल्स सिंड्रोम या एएमएस के लक्षणों में पेट में दर्द, एडिमा, सिरदर्द, तेज बुखार और रैश शामिल है।
हिमोर्रेजिक खसरा
इसके बहुत कम मामले देखने को मिलते हैं। इस बीमारी के लक्षणों में दौरे, डिलीरियम, त्वचा के नीचे ब्लीडिंग और सांस लेने में कठिनाई आदि शामिल है।
खसरा की वैक्सीन
खसरा की वैक्सीन, जिसे एमएमआर (MMR) टीका भी कहते हैं। MMR का टीका 12 महीने और 15 महीने के बच्चों को निर्धारित समय पर दिया जाता है। खसरे का टीका एक ऐसा टीका है जो खसरे की रोकथाम में बहुत प्रभावी है। पहली खुराक के बाद नौ माह से अधिक की उम्र के 85% बच्चे तथा 12 माह से अधिक की उम्र वाले 95% बच्चे सुरक्षित हो जाते हैं।
इस इलाकों में खसरे के ज्यादा मामले
सी.डी.सी. के अनुसार, खसरे के मामले 22 क्षेत्रों में रिपोर्ट किए गए हैं। जिसमें अलास्का, कैलिफोर्निया, कोलोराडो, फ्लोरिडा, जॉर्जिया, कंसास, केंटकी, मैरीलैंड, मिशिगन, मिनेसोटा, न्यू जर्सी, न्यू मैक्सिको, न्यूयॉर्क शहर, न्यूयॉर्क राज्य, ओहियो, ओक्लाहोमा, पेंसिल्वेनिया, रोड आइलैंड, टेनेसी, टेक्सास, वर्मोंट और वाशिंगटन शामिल है।
खसरा दुनिया भर में सबसे ज़्यादा संक्रामक वायरस में से एक है, लेकिन इसे वैक्सीन से रोका जा सकता है। CDC की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में 97% मौजूदा मामले ऐसे लोगों में हैं जिन्हें वैक्सीन नहीं लगी है या फिर जिन्हें वैक्सीन की स्थिति के बारे में पता नहीं है। बायलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन के एक प्रमुख वैक्सीन विशेषज्ञ डॉ. पीटर होटेज ने कहा कि यह वैश्विक स्तर पर चेतावनी है। अगर वैक्सीन के बारे में गलत सूचना और हिचकिचाहट को फैलने दिया गया तो कई और देश भी इससे अछूते नहीं रहेंगे।
खसरे से कैसे बचाव करें?
अमेरिका में खसरे का मौजूदा प्रकोप जनवरी 2025 के आखिर में टेक्सास के गेन्स काउंटी में शुरू हुआ, जो साउथ प्लेन्स क्षेत्र का एक ग्रामीण इलाका है, जहां टीकाकरण की दर काफी कम थी। CDC और WHO दोनों के मुताबिक, खसरे के प्रसार को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका MMR वैक्सीन है। WHO का कहना है कि यह वैक्सीन सुरक्षित, प्रभावी और सस्ती है, जो खसरे के लिए बहुत प्रभावशाली है।