तनाव हर उम्र के लोगों की जिंदगी का हिस्सा बन गया है। बच्चे, बूढ़े और जवान हर कोई किसी ना किसी तरह के तनाव से घिरा हुआ है। बच्चों को पढ़ाई का तनाव, युवाओं को रोजगार और वर्कप्रेशर का तनाव तो बूढ़े लोगों को बीमारी की वजह से तनाव होना आम बात हो चुकी है। सबसे ज्यादा तनाव युवाओं पर हावी है। वर्क प्रेशर के कारण युवाओं में तनाव, चिड़चिड़ापन और गुस्सा लाजिमी है।
तनाव, अवसाद और चिंता हमारे दैनिक जीवन में आम समस्या बन गई है और इस संबंध में योग का अभ्यास बेहद मददगार हो सकता है। योग से विभिन्न मानसिक और शारीरिक समस्याओं को दूर किया जा सकता है। योगासन करने से नींद में सुधार होता है, एकाग्रता में सुधार होता है, एनर्जी लेवल बढ़ता है, मन और तन हेल्दी रहता है।
तीन योगासन तेजी से तनाव को दूर करते हैं और मन को शांत करते हैं। आप पर भी तनाव हावी है और हर वक्त परेशान रहते हैं तो बाबा रामदेव के इन तीन योगासन को अपनाएं। आइए जानते हैं योगासन के बारे में जो तनाव को दूर करते हैं।
कपालभाति (Kapalbhati)योगासन करें:
रोजाना कपालभाति योगासन करने से तनाव से मुक्ति मिलती है। कपालभाति का नियमित अभ्यास मेटाबॉलिज्म दर को बढ़ाने में मदद करता है। मस्तिष्क की कोशिकाओं को सक्रिय करने और यादादश्त को सुधारने में ये योगासन बेहद असरदार साबित होता है। चिंता और तनाव दूर करना चाहते हैं तो ये योगासन कीजिए। दिन में इस योगासन को 50 बार दोहराने से आपकी बॉडी को फायदा होगा।
हलासन कीजिए:
हलासन दिमाग को शांत रखने में बेहद मददगार साबित होता है। इस आसन को करने से दिमाग शांत रहता है, तनाव और थकान कम होती है। इस योगा को करने से पेट के अंगों, कंधो और रीढ़ की हड्डी में खिचाव पैदा करता है। तनाव और थकान कम करने में ये योगासन बेहद असरदार साबित होता है।
उर्ध्वा हस्तासन:
ऊर्ध्व हस्तासन प्राचीन योग मुद्राओं में से एक है, जिसका अभ्यास करने से शरीर को मानसिक शांति मिलती है और थकावट दूर होती है। ऊर्ध्व हस्तासन को मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए काफी प्रभावी माना जाता है और इसकी मदद से चिंताव, तनाव व डिप्रेशन जैसी समस्याओं को दूर किया जा सकता है। नियमित रूप से ऊर्ध्व हस्तासन अभ्यास करना न सिर्फ मानसिक रोगों को दूर करता है बल्कि इससे शारीरिक संतुलन बनाए रखने और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने में भी मदद मिल सकती है।