जीरा एक एंटीडायबिटिक मसाला है। इसमें थाइमोक्विनोन नाम का एक सक्रिय रासायनिक घटक होता है, जो पैनक्रीज की बी-सेल्स को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाता है। यह शरीर में इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाने में भी मदद करता है, जिससे आपके ब्लड ग्लूकोज को कंट्रोल रखने में मदद मिलती है। एक स्टडी से सामने आया है कि अधिक वजन वाले लोगों के लिए जीरा ज्यादा फायदेमंद है। इसमें ज्यादा समय तक डायबिटीज से लड़ने की क्षमता होती है।

डायबिटीज शरीर की उन्नत ग्लाइसेशन एंड उत्पादों (एजीई) के जरिए शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, जिससे उम्र बढ़ने के साथ आंखों, किडनी, नसों और छोटे रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचान हो सकता है। टेस्ट-ट्यूब स्टडी के मुताबिक काला जीरा सीधे सीधे इस Advanced Glycation end products (AGE) को बनने से रोकता हैं। वहीं साल 2010 के एक अध्ययन के अनुसार, दिन में दो ग्राम जीरा खाने से शरीर के ब्लड ग्लूकोज, खाने के दो घंटे के बाद का ग्लूकोज, और एचबीए1सी को कम करता है।

जीरे का इस्तेमाल: दाल, दही या सलाद में भुने हुए जीरे का पाउडर डालकर खा सकते हैं। दूसरी ओर आप रोजाना खाने के आधे घंटे बाद एक गिलास जीरे का पानी पी सकते हैं, इससे आपको ब्लड ग्लूकोज को कंट्रोल रखने में मदद मिलती है। जीरे का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह ली जा सकती है। अगर आप पहले से डायबिटीज की दवा ले रहे हैं तो आपको इस उपाय से बचना चाहिए। क्योंकि जीरे का अधिक सेवन करने से ब्लड ग्लूकोज कम या हाइपोग्लाइसीमिया हो सकता है।

जीरे के और भी फायदे

चर्म रोग: चर्म रोग में जीरे का इस्तेमाल काफी राहत भरा हो सकता है। जीरे के पानी का इस्तेमाल किया जाता है। इससे खुजली दूर हो सकती है।

डायरिया: दही में भूना हुआ जीरा और काला नमक मिलाकर खाने से डायरिया में फायदा होता है।

खून की कमी: जीरा आयरन का सबसे अच्छा स्त्रोत है, जिसे नियमित रूप से खाने से खून की कमी भी दूर हो सकती है।

एसीडिटी: एसीडिटी से तुरंत राहत पाने के लिए, एक चुटकी कच्चा जीरा खाने से फायदा मिलता है।

प्रेग्नेंसी: प्रेग्नेंसी के दौरन जीरा गर्भाशय की सूजन को कम करके महिला प्रजनन प्रणाली को आसान करने में मददगार साबित हो सकता है।