लो-कार्ब और हाई-फैट आधारित कीटो डाइट पिछले कुछ सालों में वजन घटाने के लिए बेहद प्रसिद्ध हो रही है। इस डाइट में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बेहद कम होती है और स्वस्थ वसा की मात्रा अधिक होती है, जिससे शरीर कीटोसिस नामक अवस्था में पहुंचता है। इस स्थिति में शरीर ग्लूकोज की जगह फैट को एनर्जी के लिए जलाने लगता है। मछली, अंडे, एवोकाडो, नट्स और लो-कैलोरी सब्जियां कीटो डाइट के मुख्य फूड्स में शामिल हैं। हालांकि, हाल ही में सामने आई एक स्टडी ने इस डाइट को लेकर कुछ गंभीर चिंताएं जताई हैं।

सितंबर 2025 की नई स्टडी में चौंकाने वाले नतीजे

19 सितंबर, 2025 को जर्नल ऑफ साइंस एडवांसेस में प्रकाशित एक रिसर्च में वैज्ञानिकों ने लंबे समय तक कीटो डाइट के प्रभावों का अध्ययन किया। यह स्टडी चूहों पर की गई, जिसमें शोधकर्ताओं ने वजन, ब्लड लिपिड लेवल, लिवर हेल्थ और ब्लड शुगर रेग्युलेशन पर इसके असर को परखा।

रिसर्च के रिजल्ट कीटो डाइट वजन बढ़ने से रोकने में मदद करती है। कीटो पर रखे गए चूहों का वजन अन्य चूहों की तुलना में कम बढ़ा, जिससे यह साबित होता है कि लो-कार्ब डाइट वजन कंट्रोल के लिए कारगर हो सकती है, लेकिन इसके साथ ही स्टडी ने यह भी उजागर किया कि लंबे समय तक कीटो डाइट अपनाना मेटाबॉलिक हेल्थ पर नकारात्मक असर डाल सकता है।

लिवर और हार्ट का खतरा

स्टडी के अनुसार, कीटो डाइट पर रखे गए चूहों के खून में ट्राइग्लिसराइड और कोलेस्ट्रॉल का लेवल काफी बढ़ गया। साथ ही उनके लिवर में फैट जमने लगा, जो फैटी लिवर डिजीज और हार्ट संबंधी रोगों का खतरा बढ़ा सकता है। इसके अलावा चूहों में ब्लड शुगर को कंट्रोल करने की क्षमता भी कमजोर हो गई। भोजन के बाद उनका ग्लूकोज लेवल सामान्य करने में दिक्कत आई, जो डायबिटीज जैसी समस्याओं की ओर इशारा करता है।

डाइट बदलने पर सुधार संभव

जब इन चूहों को कीटो डाइट से हटाकर लो-फैट डाइट पर लाया गया, तो उनका ग्लूकोज टॉलरेंस यानी शुगर को कंट्रोल करने की क्षमता काफी हद तक सुधर गया। कीटो डाइट से होने वाले कुछ नुकसान सही खानपान अपनाने से रिवर्स किए जा सकते हैं।

इंसानों के लिए चेतावनी

हालांकि, यह स्टडी चूहों पर की गई है, लेकिन शोधकर्ताओं का कहना है कि इसके नतीजों को इंसानों पर पूरी तरह लागू करने के लिए और रिसर्च की जरूरत है। लेकिन, उन्होंने चेतावनी दी है कि लंबे समय तक हाई-फैट डाइट अपनाना इंसानों में कोलेस्ट्रॉल लेवल और ब्लड शुगर कंट्रोल पर गंभीर असर डाल सकता है।

वहीं, एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झाजर ने बताया अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आप एनिमल फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।