Sanjay Kapur Died: बॉलीवुड से अभिनेत्री करिश्मा कपूर (Karisma Kapoor) के पूर्व पति और बिजनेसमैन संजय कपूर (Sanjay Kapur) का हार्ट अटैक से निधन हो गया है। संजय कपूर की 53 साल उम्र में अचानक हार्ट अटैक से मौत हो गई। रिपोर्ट के अनुसार, इंग्लैंड के गार्ड्स पोलो क्लब में पोलो खेलते समय उनको अचानक दिल का दौरा पड़ा, जिससे उनकी मौत हो गई। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर आजकल हार्ट अटैक के मामले इतने क्यों बढ़ रहे हैं और हार्ट अटैक आने का क्या कारण है। इसके साथ ही हार्ट अटैक के खतरे को कैसे कम किया जा सकता है।

अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के अनुसार, उम्र बढ़ने के साथ-साथ लोगों में दिल का दौरा पड़ने के मामले बढ़ रहे हैं। दिल की बीमारी का सबसे मुख्य कारण खराब डाइट, बिगड़ता लाइफस्टाइल, तनाव और कई हेल्थ प्रॉब्लम की वजह से ट्रिगर होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ के अनुसार, दुनिया भर में हर साल 17.9 मिलियन लोग हार्ट की बीमारी से मरते हैं। कई अध्ययनों से पता चलता है कि हर पांच में से 4 मौतें दिल के दौरे के कारण होती हैं। दिल का दौरा अचानक और एकदम आता है।

हार्ट अटैक के लक्षण (Symptoms of Heart Attack)

फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट, दिल्ली के चेयरमैन, डॉ. अशोक सेठ के मुताबिक, हार्ट अटैक के खतरे को कम करने के लिए सबसे पहले ये समझना बहुत जरूरी है कि आप लाइफस्टाइल में किन समस्याओं का सामना कर रहे हैं। हार्ट अटैक के लक्षणों की बात करें तो अधिकतर मामलों में यह देखा गया है कि यह धीरे-धीरे शुरू होते हैं और शुरुआती लक्षणों में बेचैनी और हल्का दर्द होता है। सीने के आसपास या बीच में बेचैनी-सी महसूस होती है। भारीपन, सिकुड़न और दर्द महसूस होता है। शरीर के ऊपरी हिस्से जैसे बांहों, पीठ, गले और पेट में दर्द भी हार्ट अटैक का लक्षण है। इसके अलावा सांस ठीक से न आना, अचानक पसीना आना, जी मिचलाना और सिरदर्द के साथ उल्टी आना भी हार्ट अटैक होने का संकेत देता है।

हार्ट अटैक के खतरे को कैसे कम करें?

हार्ट अटैक किसी को भी आ सकता है, लेकिन इसे रोकना भी आपके हाथ में है और इसके लिए हार्ट अटैक के कारणों को समझना बहुत ही आवश्यक है। हार्ट अटैक के खतरे को कम करने के लिए सबसे पहले ये समझना बहुत जरूरी है कि आप किन समस्याओं का सामना कर रहे हैं। क्योंकि, हार्ट अटैक का सबसे अहम कारणों में से एक लाइफस्टाइल को ही माना जाता है।

ऐसे अपने खानपान से लेकर लाइफस्टाइल का ध्यान रखना जरूरी है। लाइफस्टाइल के साथ-साथ डेली रूटीन में कुछ बदलाव करने से हार्ट अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है। हेल्दी हार्ट के लिए जितना ज्यादा आप चलेंगे उतना फायदेमंद होता। पैदल चलने के शरीर एक्टिव और व्यायाम करने से भी हार्ट अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है। इसके अलावा हाई ब्लड कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो हमेशा उसे कंट्रोल में रखें। खानपान, व्यायाम, दवाइयों और वजन को कंट्रोल करके हार्ट अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है।