गर्मी का मौसम है, इस मौसम में खाने से ज्यादा पीने पर जोर दिया जाता है। इस मौसम में पसीना ज्यादा आता है जिसकी वजह से बॉडी में डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। गर्मी में बॉडी में पानी की कमी को पूरा करने के लिए, बॉडी में इलेक्ट्रोलाइट मैनेज करने के लिए लोग तरह-तरह के ड्रिंक का सेवन करते हैं। इस मौसम में लोग सेब के जूस को सबसे हेल्दी ड्रिंक मानते हैं। सेब सेहत के लिए बेहद उपयोगी है जिसका सेवन लोग गर्मी में उसके जूस के रूप में करते हैं। सेब सेहत के लिए फायदेमंद है लेकिन सेब का जूस सेहत के लिए उतना असरदार नहीं। आज कल बच्चों से लेकर युवा तक सेब के जूस की बोतल पल भर में गटक जाते हैं।

आप जानते हैं कि सेब हानिकारक नहीं है लेकिन सेब का जूस जिसे डिब्बों में पैक करके बेचा जा रहा है वो सेहत के लिए खतरा है। सेब का जूस बच्चों को फैटी लिवर का शिकार बना रहा है। ये जूस बच्चों से लेकर युवाओं तक की सेहत पर अल्कोहल की तरह असर कर रहा है। सेब का जूस अल्कोहल नहीं है लेकिन ये अल्कोहल की तरह ही सेहत पर असर कर रहा है।

सीईओ पॉडकास्ट की डायरी की एक क्लिप में, पूर्व न्यूरो एंडोक्रिनोलॉजिस्ट डॉ. रॉबर्ट लस्टिग ने बताया है कि बच्चों को फैटी लीवर की बीमारी हो रही है जबकि बच्चे शराब नहीं पीते। बच्चों पर सेब का जूस शराब की तरह ही असर कर रहा है। बच्चों पर सेब का जूस शराब की तरह ही मेटाबोलाइज्ड होता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि सेब का जूस सेहत पर कैसा असर करता है, क्या ये अल्कोहल की तरह हानिकारक है?

सेब का जूस और अल्कोहल का सेहत पर असर

DHEE अस्पताल की चीफ डाइटीशियन एंड न्यूट्रीशनिस्ट शुभा रमेश एल ने बताया कि सेब का जूस शराब जितना हानिकारक है या नहीं, यह विषय चौंकाने वाला लग सकता है, लेकिन यह जांच के लायक है। एक्सपर्ट ने बताया कि दोनों ड्रिंक का हमारे शरीर पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। अगर इनके सेहत पर असर को पहचान लिया जाए तो बेहतर निर्णय लेने में मदद मिलेगी।

शुभा ने बताया कि सेब का जूस और अल्कोहल अपनी अलग-अलग सामग्री के कारण सेहत पर कुछ विपरीत प्रभाव डालते हैं। सेब के रस में विटामिन सी जैसे विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ फ्रुक्टोज और ग्लूकोज जैसी नेचुरल शुगर होती है। इस जूस में चीनी की अधिक मात्रा चिंता का विषय है। अगर लगातार और ज्यादा इस जूस का सेवन किया जाए तो ये सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। प्रोसेस सेब का जूस जो बाजार में मिलता है उसमें पोषक तत्वों और फाइबर की कमी होती है जो डायबिटीज मरीजों के लिए जहर है। इस जूस का सेवन वजन को बढ़ा सकता है। 

मॉडरेट शराब का सेवन भी सेहत के लिए जहर है। इसका कम सेवन करने से भी  लीवर के कार्य, मस्तिष्क के स्वास्थ्य और समग्र स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है। रेड वाइन को कुछ हद तक दिल की सेहत में सुधार करने के लिए ठीक माना जाता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं जिसकी वजह से इसे दिल की सेहत से जोड़ा गया है।

सेब के जूस और अल्कोहल में मौजूद शुगर का बॉडी पर प्रभाव

हमारा शरीर सेब के जूस और शराब में मौजूद शर्करा को बहुत अलग तरीके से संसाधित करता है, जो ब्लड शुगर, लिवर फंक्शन और वजन बढ़ने जैसी परेशानियों का कारण बन सकता है।