डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसे सिर्फ कंट्रोल में रखा जा सकता है। इस बीमारी को जड़ से खत्म करने का कोई तरीका नहीं है इसे सिर्फ कंट्रोल में ही रखा जा सकता है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए तनाव से दूर रहना, डाइट का ध्यान रखना और बॉडी को एक्टिव रखना जरूरी है। जिन लोगों का ब्लड शुगर हाई रहता है वो अपनी डाइट में अनाज का सेवन बेहत सोच समझकर करें। अनाज हमारी डाइट का अहम हिस्सा है जिसका सेवन हम अपने तीन टाइम के खाने में करते हैं।

अनाज में गेहूं और चावल दो ऐसे अनाज हैं जो हम ज्यादा खाते हैं। डायबिटीज के मरीज अगर इन दोनों अनाज का सेवन करते हैं तो ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ने लगता है। गेहूं और चावल दोनों अनाज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स हाई होता है जिसका सेवन करने से शुगर हाई रहती है। डायबिटीज से पीड़ित लोगों के मन में अक्सर ये सवाल रहता है कि चावल और गेहूं ब्लड शुगर को बढ़ाते हैं तो उसकी जगह किस अनाज का सेवन किया जाए।

डायबिटीज स्पेशलिटीज़ सेंटर,चेन्नई में अध्यक्ष, डॉ. वी. मोहन के मुताबिक डायबिटीज के मरीज ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए चावल या गेहूं की जगह बाजरा, रागी का सेवन कर सकते हैं। ये दोनों अनाज सबसे पुराने और लोकप्रिय हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक बाजरा की तुलना में रागी का सेवन ज्यादा असरदार है। अब सवाल ये उठता है कि रागी का सेवन कैसे ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है और ये चावल और गेहूं से ज्यादा कैसे बेहतर है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि डायबिटीज कंट्रोल करने में गेहूं और चावल से ज्यादा रागी का सेवन कैसे बेहतर है।

शुगर कंट्रोल करने में चावल और गेहूं से ज्यादा रागी का सेवन कैसे बेहतर है?

रागी एक ऐसा अनाज है जिसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 50 से कम है। किसी भी फूड का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बताता है कि वो ब्लड में ग्लूकोज का स्तर कितनी तेजी से बढ़ाता है। रागी को अपने आहार में शामिल करते समय उसके सेवन की मात्रा पर कंट्रोल करना जरूरी है। रागी में हाई प्रोटीन होता है जो भूख को कंट्रोल करता है। इस अनाज में कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है, जो हड्डियों के घनत्व के लिए अच्छी है और आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर है।

100 ग्राम रागी में लगभग 10 से 11.5 ग्राम फाइबर और लगभग 10 ग्राम प्रोटीन होता है। यह अनाज विटामिन बी से भरपूर होता है जो एनर्जी मेटाबॉलिज्म, तंत्रिका कार्य और रेड ब्लड सेल्स के उत्पादन में महत्वपूर्ण है। रागी विटामिन के, विटामिन ए, कैल्शियम, सेलेनियम और आयरन का भी अच्छा स्रोत है, जो ब्लड में ऑक्सीजन परिवहन और एनीमिया की रोकथाम के लिए जरूरी खनिज है। यह फेरुलिक एसिड, कैफिक एसिड और क्वेरसेटिन से भरपूर है, ये सभी एंटीऑक्सीडेंट हैं।

रागी में मौजूद पोषक तत्व

रागी में मौजू पोषक तत्वो की बात करें तो इसमें कैल्शियम (344 मिलीग्राम%) और पोटेशियम (408 मिलीग्राम%) की मात्रा सबसे अधिक होती है। इसमें सफेद चावल की तुलना में अधिक डाइटरी फाइबर, खनिज और सल्फर युक्त अमीनो एसिड मौजूद होता हैं। रागी पोषक तत्वों का पावर हाउस है जो बॉडी को हेल्दी रखती है।

सदगुरु ने बताया कि रागी डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए बेहतरीन अनाज

सदगुरु जग्गी वासुदेव ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करके बताया है कि रागी अनाज गेहूं और बाजरा की तुलना में बेस्ट अनाज है। ये अनाज डायबिटी को कंट्रोल करने में बेहद असरदार साबित होता है। ये एक ऐसा असरदार मिलेट्स है जो ब्लड में ग्लूकोज को धीरे-धीरे रिलीज करता है। सदगुरु ने बताया रागी के अलावा और भी कई अनाज हैं जो ब्लड शुगर के मरीजों के लिए उपयोगी हैं।