कोरोनावायरस की दूसरी लहर का खतरा अभी भी देश पर मंडरा रहा है। रोजाना लाखों की संख्या में लोग इस खतरनाक वायरस से संक्रमित हो रहे हैं तो वहीं सैंकड़ों लोग रोजाना अपनी जान गंवा रहे हैं। इसी बीच म्यूकोरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस महामारी भी अपना कहर बरपा रही है। कोरोना से रिकवर होने के बाद कुछ लोग ब्लैक फंगस की चपेट में आ रहे हैं।
यह फंगस शरीर के हर हिस्से को प्रभावित कर रहा है। फेफड़ों से लेकर दिल और दिमाग को निशाना बना रहा ब्लैक फंगस लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। हालांकि, ब्लैक फंगस को लेकर हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि गंदे वातावरण के कारण यह फंगस फैलता है। साथ ही जो लोग डायबिटीज की बीमारी से जूझ रहे हैं उन्हें भी ब्लैक फंगस की समस्या हो रही है।
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है। जिसमें दावा किया जा रहा है कि ब्लैक फंगस चिकन खाने से भी से फैल रहा है। इस मामले को लेकर हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह एक अफवाह है। चिकन का ब्लैक फंगस से कोई लेना देना नहीं है। बल्कि ब्लैक फंगस भी कोरोनावायरस की तरह मुंह और नाक के जरिए फैल रहा है।
A post claiming that #BlackFungus can spread through farm chickens is in circulation on social media#PIBFactcheck: This claim is #FAKE
There is NO scientific evidence that the infection can spread from chickens to humans
Know more about Black Fungus: https://t.co/3cpKggwIDP pic.twitter.com/mLPq2gscxp
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) June 1, 2021
मुंह और नाक के जरिए अंदर जाने के बाद यह फंगस दिमाग, आंख और फेफड़ों को अपना निशाना बना रहा है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक कोविड और ब्लैक फंगस के मरीज अच्छी तरह से उबले हुए चिकन का सेवन कर सकते हैं।
साथ ही प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो यानी पीआईबी ने भी चिकन से ब्लैक फंगस फैलने के दावे को लेकर एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में लिखा है, “सोशल मीडिया पर वायरल हो रही जिस पोस्ट में यह दावा किया जा रहा है कि चिकन के जरिए ब्लैक फंगस फैल रहा है। पीआईबी फेक्ट चेक में यह दावा गलत साबित हुआ है।”
ट्वीट में आगे लिखा है, “इस का कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं है कि यह इंफेक्शन चिकन के जरिए लोगों में फैल रहा है।” पीआईबी के इस ट्वीट पर लोग खूब कमेंट कर रहे हैं और अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।