वजाइनल डिस्चार्ज एक ऐसी परेशानी है जो हर महिला को होती है। वजाइनल डिस्चार्ज जिसे व्हाइट डिस्चार्ज के नाम से भी जाना जाता है। वजाइनल डिस्चार्ज महिलाओं को वजाइनल इंफेक्शन से बचाता है। ये डिस्चार्ज फिजिकल रिलेशन के दौरान ग्रीस का काम करता है। वजाइनल डिस्चार्ज सभी महिलाओं को होता है। कुछ समय के लिए सीमित मात्रा में इस व्हाइट पदार्थ के निकलने से बॉडी को कोई परेशानी नहीं होती लेकिन जब इस डिस्चार्ज की मात्रा अधिक हो जाए तो ये वजाइना में इंफेक्शन का कारण बनता है।
महिलाओं को डिस्चार्च कई अवस्थाओं में होता है। कुछ को पीरियड से पहले तो कुछ महिलाओं को पीरियड के बाद डिस्चार्ज होता है। व्हाइट डिस्चार्ज महिलाओं की वजाइनल सेहत में सुधार करता है। अत्याधिक व्हाइट डिस्चार्ज एक बीमारी है जिसे लिकोरिया कहा जाता है। ये बीमारी महिलाओं को ज्यादा परेशान करती है। बॉ़डी में पोषक तत्वों की कमी होने से, वजाइना में बैक्टीरिया होने,अत्यधिक मानसिक तनाव, भारी काम करने से, अधिक एक्सरसाइज करने से महिलाओं को लिकोरियां की बीमारी हो सकती है।
व्हाइट डिस्चार्ज हमेशा सेहत को नुकसान नहीं पहुचाता। सीमित मात्रा में व्हाइट डिस्चार्ज कई मामलों में महिलाओं की वजाइना की सेहत के लिए अच्छा होता है। आप जानते हैं कि महिलाओं की जिंदगी में ऐसी कौन सी स्थितियां आती है जब वजाइनल डिस्चार्ज नॉर्मल होता है। आइए जानते हैं कब और किन स्थितियों में वाइट डिस्चार्ज नॉर्मल होता है। अगर डिस्चार्ज ज्यादा है तो उसे कैसे कंट्रोल करें।
कब और किन स्थितियों में वाइट डिस्चार्ज नॉर्मल होता है।
- पीरियड से पहले और पीरियड के बाद अगर डिस्चार्ज हो तो नॉर्मल माना जाता है इससे महिलाओं को किसी तरह के इंफेक्शन का खतरा नहीं होता।
- हॉर्मोन्स में बदलाव होने पर वजाइनल डिस्चार्ज नॉर्मल माना जाता है।
- प्रेग्नेंसी में व्हाइट डिस्चार्ज नॉर्मल माना जाता है।
- पीरियड आने से कुछ दिन पहले व्हाइट डिस्चार्ज कोशिकाओं और द्रव से भरा होता है जो नॉर्मल होता है। इस डिस्चार्ज का रंग हल्का पीला होता है।
- ओवल्युशन के समय सफेद क्रिमी डिस्चार्ज नॉर्मल माना जाता है। ये डिस्चार्ज इस बात का सबूत है कि आपकी बॉडी में ओवल्युशन हो रहा है।
जरूरत से ज्याद डिस्चार्ज होने का कारण:
वेजाइनल फंगस इंफेक्शन के कारण महिलाओं को जरूरत से ज्यादा व्हाइट डिस्चार्ज होता है। इस इंफेक्शन के कई कारण हो सकते हैं जैसे प्रजनन अंगों में यीस्ट का तेजी से बढ़ना, हार्मोन में परिवर्तन, ब्रेस्ट फीडिंग, फिजिकल रिलेशन, डायबिटीज, एंटीबायोटिक्स, कमजोर इम्यून सिस्टम, स्प्रे का सेवन करने से भी ये परेशानी ज्यादा हो सकती है। प्रजनन अंग में गुड बैक्टीरिया के मरने से वजाइना में फंगस ज्यादा पनपने लगता है। इसलिए ज्यादा डिस्चार्ज होता है।
वेजाइनल इंफेक्शन को खत्म करने के घरेलू उपाय:
महिलाएं व्हाइट डिस्चार्ज से बचाव करने के लिए डाइट में छाछ का अधिक सेवन करें। इससे शरीर में गुड बैक्टीरिया की वृद्धि होगी।
महिलाएं नारियल तेल का इस्तेमाल करें। एंटीफंगल गुणों से भरपूर ये तेल वजाइना की सेहत को फायदा पहुंचाएगा।
टी ट्री ऑयल फंगस, बैक्टीरिया और वायरस को मारने में असरदार साबित होता है। इसका इस्तेमाल करने से वजाइनल इंफेक्शन ठीक होता है।