ज़िंदगी की मसरूफियत बढ़ गई है,साथ साथ तनाव भी बढ़ता जा रहा है। तनाव सारी बीमारियों की जड़ है, मोटापा बढ़ाने में इसका अहम किरदार है। आप जानते हैं ख़राब डाइट, बिगड़ते लाइफस्टाइल के साथ ही तनाव भी मोटापा बढ़ाता है। हम मोटापा कम करने के लिए जिस टूल्स का यूज़ करते हैं वो है एक्सरसाइज और डाइटिंग है, लेकिन आप जानते है ऐसे लाखों लोग हैं जिन पर यह दोनों टूल्स बेअसर हैं। वज़न कम करने के लिए एक्सरसाइज का समय भी मायने रखता है। एक नए ऑस्ट्रेलियाई अध्ययन के मुताबिक़ शाम को मध्यम से तीव्र शारीरिक गतिविधि करने से मोटापे से लड़ने में और उसे कम करने में मदद मिलती है।
डायबिटीज केयर में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, शाम 6 बजे से आधी रात के बीच की गई एरोबिक एक्सरसाइज करने से मोटे लोगों का मोटापा कम हुआ। अब सवाल यह है कि क्या वर्कआउट करने का कोई बेहतर समय है? सुबह एक्सरसाइज करना ज्यादा असरदार है या कोई दूसरा समय है? आइए जानते हैं कि कब एक्सरसाइज करें कि मोटापा तेजी से कम हो। डायबिटीज और दिल के मरीज कब एक्सरसाइज कर सकते हैं।
सुबह या शाम का व्यायाम कौन सा असरदार है?
फोर्टिस अस्पताल,मोहाली में निदेशक एंडोक्रिनोलॉजी के डॉ.के पी सिंह के मुताबिक सुबह की एक्सरसाइज आपके मेटाबॉलिज्म को किक स्टार्ट कर सकती है, जिससे आपको पूरे दिन कैलोरी बर्न करने में मदद मिलती है। रिसर्च के मुताबिक सुबह खाली पेट एक्सरसाइज करने से फैट ऑक्सीकरण बढ़ सकता है और इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार हो सकता है। सुबह की एक्सरसाइज बॉडी में जमा फैट को बर्न करने में मदद करती है। ये रूटीन वजन कम करने के लिए आदर्श समय है।
लेकिन देर से उठने वालों या शिफ्ट में काम करने वालों के लिए सुबह वर्कआउट करना थोड़ा मुश्किल होता है, ऐसे लोग शाम में वर्कआउट कर सकते हैं। रिसर्च के मुताबिक दोपहर के बाद या शाम के समय मांसपेशियों में ताकत चरम पर होती है जिससे एक्सरसाइज करने में मदद मिलती है और आप बेहतर एक्सरसाइज कर सकते हैं। शाम में एक्सरसाइज करने से एनर्जी और मांसपेशियों में बढ़ोतरी होगी।
बॉडी का तापमान सर्कैडियन लय के अनुसार पूरे दिन बदलता रहता है, जो आपके वर्कआउट की गुणवत्ता को प्रभावित करता है। अमेरिकन काउंसिल ऑन एक्सरसाइज के अनुसार, जब आपके शरीर का तापमान पीक पर होता है वो है दोपहर का समय। सामान्य तौर पर कमरे का तापमान 60-70°F या 21°C के बीच हो तो उसे आदर्श माना जाता है। इस तापमान पर बॉडी ज्यादा गर्म नहीं होती है और आप आराम से वर्कआउट कर सकते हैं।
डायबिटीज मरीज कब वर्कआउट कर सकते हैं?
मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, मोहाली में इंटरनल मेडिसिन में डायरेक्टर डॉ गुरप्रीत सिंह बाबरा ने बताया कि डायबिटीज मरीज अगर रात के समय वर्कआउट करते हैं तो सुबह ब्लड में शुगर का स्तर नॉर्मल रहता है। डायबिटीज मरीजों के लिए रात में वर्कआउट करने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता। अगर टाइप-2 डायबिटीज का मरीज या मोटापा के शिकार लोग रात में एक्सरसाइज करते हैं तो उन्हें बेहतर रिजल्ट मिल सकता है।
दिल के रोगी कब करें एक्सरसाइज
हृदय रोगियों के लिए एक्सरसाइज करने का सबसे अच्छा समय सुबह 8 बजे से 11 बजे के बीच होगा। यदि आप अपना ब्लड प्रेशर कम करना चाहते हैं या मांसपेशियां स्ट्रांग बनाना चाहते हैं तो एक्सरसाइज करने का सही समय शाम है। एक्सपर्ट के मुताबिक आधी रात से सुबह 6 बजे के बीच व्यायाम करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे दिल के रोगों का खतरा बढ़ सकता है।