प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में खुलासा किया कि उन्हें मखाना या फॉक्स नट इतना पसंद है कि वो साल के 365 दिनों में से कम से कम 300 दिनों तक जरूर खाते हैं। मखाना एक सुपरफूड है जिसका सेवन अगर रोजाना किया जाए तो आसानी से बॉडी को हेल्दी रखा जा सकता है। 100 ग्राम मखाना में मौजूद पोषक तत्वों की बात करें इसमें कैलोरी- 347 किलो कैलोरी, प्रोटीन- 9.7 ग्राम,कार्बोहाइड्रेट- 76.9 ग्राम, फाइबर- 14.5 ग्राम, फैट- 0.1 ग्राम, कैल्शियम- 60 मिलीग्राम,पोटैशियम- 500 मिलीग्राम, मैग्नीशियम- 67 मिलीग्राम,आयरन- 1.4 मिलीग्राम, फॉस्फोरस- 200 मिलीग्राम और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में मौजूद होता है जो बॉडी की पोषक तत्वों की डिमांड को पूरा करते हैं।
सर्टिफाइड न्यूट्रिशनिस्ट और डायटीशियन और बीफिटवर्ल्ड की संस्थापक भाव्या मुंजाल ने बताया साल में 300 दिनों तक रोजाना मखाने का सेवन करने से शरीर पर बेहद असर होता है। मखाना की सीमित मात्रा का सेवन किया जाए तो सेहत को फायदा होता है और इसका अत्याधिक सेवन सेहत पर नकारात्मक प्रभाव भी डाल सकता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि रोजाना एक साल तक मखाना खाने से सेहत को कौन-कौन से फायदे होते हैं।
हृदय स्वास्थ्य और कोलेस्ट्रॉल रेगुलेशन में करता है मदद
मखाना फ्लेवोनोइड्स और पॉलीफेनोल्स से भरपूर होता है जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं। इसका सेवन करने से खराब कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है जो दिल की सेहत में सुधार करता है। नियमित सेवन से एथेरोस्क्लेरोसिस और हाई ब्लड प्रेशर का खतरा कम हो सकता है।
वज़न रहता है कंट्रोल
कम कैलोरी, उच्च फाइबर रिच मखाना का सेवन करने से भूख कंट्रोल रहती है और आप कम खाते हैं। यह ड्राई फ्रूट मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है जिससे वजन को घटाना आसान होता है। इसका सेवन करने से आप ओवर इटिंग को कंट्रोल करते हैं और आपका पेट भरने के लिए हेल्दी स्नैक्स भी मिल जाता है।
डायबिटीज रहती है कंट्रोल
मखाना एक ऐसा ड्राई फ्रूट है जिसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। इसका सेवन करने से डायबिटीज कंट्रोल रहती है। इसमें जटिल कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो रक्त प्रवाह में धीमी गति से ग्लूकोज को रिलीज करते है। मखाना जैसे कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड का सेवन ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करता है। ये ब्लड में ग्लूकोज के स्पाइक को कंट्रोल करता है।
तनाव होता है कंट्रोल
मखाना मैग्नीशियम रिच ड्राई फ्रूट है जिसका सेवन करने से मानसिक सेहत में सुधार होता है। इसका सेवन करने से तनाव कंट्रोल रहता है और नींद में सुधार होता है।
पाचन में होता है सुधार
रोजाना मखाना खाने से कब्ज का इलाज होता है और पाचन दुरुस्त रहता है। इसका सेवन करने से आंतों की सेहत दुरुस्त रहती है।
जोड़ और हड्डियां होती हैं मजबूत
कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस से भरपूर मखाना खाने से हड्डियां और जोड़ मजबूत बनते है। यह ऑस्टियोपोरोसिस से ग्रस्त बुजुर्ग व्यक्तियों के लिए फायदेमंद है।
बुढ़ापा करते हैं कंट्रोल
एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर मखाना फ्री रेडिकल्स से बचाव करता है जिससे स्किन जवान दिखती है। यह बढ़ती उम्र में स्किन में दिखने वाली झुर्रियों, रंजकता और उम्र बढ़ने के शुरुआती लक्षणों को रोकता है।
ज्यादा सेवन करने से सेहत पर असर
मखाने का ज्यादा सेवन करने से पाचन पर असर हो सकता है। हाइपोग्लाइसीमिया की परेशानी हो सकती है। अगर मखाना को तल कर उसका सेवन किया जाए तो इससे वजन भी बढ़ सकता है। ज्यादा सेवन करने से एलर्जी होने का खतरा भी हो सकता है। हाई पोटैशियम का स्तर किडनी के रोगियों या हृदय के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकता है।
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