फैटी लिवर एक ऐसी समस्या है, जो धीरे-धीरे शरीर को नुकसान पहुंचाती है। फैटी लिवर का समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो ये गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। इसमें लिवर में अत्यधिक वसा जमा हो जाती है। यह लिवर के लिए एक आम समस्या है और यह अक्सर बिना किसी लक्षण के होती है। गुरुग्राम स्थित पारस हेल्थ, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंड हेपेटोलॉजी के चेयरमैन डॉ. रजनीश मोंगा ने फैटी लिवर होने के कारणों और इसे ठीक करने वाले 5 आसान उपाय बताए हैं।
दरअसल, लिवर शरीर में महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, जो भोजन से पोषक तत्वों को प्रोसेस, खून से विषाक्त पदार्थों यानी टॉक्सिन को फिल्टर, एल्ब्यूमिन और थक्के बनाने वाले कारकों जैसे महत्वपूर्ण प्रोटीन का उत्पादन करने का काम करता है। जब लिवर की कोशिकाओं में फैटी एसिड और ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ जाते हैं, तो लिवर फैटी हो जाता है। हालांकि, कुछ आवश्यक चीजों को ध्यान में रखने से फैटी लिवर को जल्दी रिवर्स किया जा सकता है।
फैटी लिवर के चरण
फैटी लिवर को तीन चरणों में बांटा गया है। पहले चरण को फैटी लिवर में हल्का फैटी लिवर या हल्का हेपेटिक स्टीटोसिस भी कहा जाता है, जहां वसा का जमाव 5%-33% तक होता है। फैटी लिवर चरण 2 में यह एक मीडियम फैटी लिवर की स्थिति है, जिसमें 34% से 66% तक वसा का संचय होता है। ग्रेड 3 फैटी लिवर में यह एक गंभीर फैटी लिवर है, जिसमें लिवर में 66% से अधिक फैट जमा हो गया है।
डॉ. रजनीश मोंगा के मुताबिक, फैटी लिवर को खतरनाक होने से पहले ही ठीक किया जा सकता है। इसके लिए आपको कुछ काम करने की जरूरत पड़ेगी। चलिए आपको बताते हैं किस तरह से फैटी लिवर को रिवर्स किया जा सकता है।
फिजिकल एक्टिविटी
फैटी लिवर की समस्या को दूर करने के लिए फिजिकल एक्टिविटी बहुत ही जरूरी है। फिजिकल एक्टिविटी करने से कई सारी बीमारियों का खतरा कम होता है। फैटी लिवर डिजीज को मैनेज करने के लिए भी लगातार एक्सरसाइज करनी चाहिए। दिन में कम से कम 30-45 मिनट तक चलना, साइकिल चलाना या तैराकी जैसी एक्सरसाइज करनी चाहिए।
फिजिकल एक्टिविटी
फैटी लिवर की समस्या को दूर करने के लिए फिजिकल एक्टिविटी बहुत ही जरूरी है। फिजिकल एक्टिविटी करने से कई सारी बीमारियों का खतरा कम होता है। फैटी लिवर डिजीज को मैनेज करने के लिए भी लगातार एक्सरसाइज करनी चाहिए। दिन में कम से कम 30-45 मिनट तक चलना, साइकिल चलाना या तैराकी जैसी एक्सरसाइज करनी चाहिए।
ब्लड शुगर कंट्रोल रखें
फैटी लिवर को रिवर्स करने के लिए ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखना बहुत ही आवश्यक है। हाई ब्लड शुगर फैटी लिवर का कारण बन सकता है। ऐसे में मीठे फूड्स और ड्रिंक्स का सेवन करने से बचें।
एल्कोहॉल का सेवन नहीं करें
शराब पीने से फैटी लिवर का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है। लिवर की किसी भी बीमारी में शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। शराब लिवर हेल्थ के लिए बहुत ज्यादा नुकसानदायक है।
हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं
फैटी लिवर की समस्या को दूर करने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करने से कैलोरी की मात्रा नहीं बढ़ती और मोटापा दूर रहता है।
वहीं, रिसर्च के अनुसार, जो लोग रोजाना 2-3 कप ब्लैक कॉफी पीते हैं, उनमें टाइप 2 डायबिटीज का खतरा 25-30 प्रतिशत तक कम हो सकता है।