आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो रही हैं, जिसमें यूरिक एसिड भी एक ऐसी समस्या है जो तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रही है। शरीर में यूरिक एसिड की समस्या बढ़ने का सबसे मुख्य कारण अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खराब खानपान होता है। दरअसल, जब शरीर में प्यूरीन नामक तत्व टूटता है, तो हड्डियों में यूरिक एसिड नामक बेकार कचरा बनता है।
हालांकि, किडनी यूरिक एसिड को पेशाब के जरूरी बाहर कर देती है, लेकिन जब किडनी सही से काम नहीं करती तो शरीर में प्यूरीन की मात्रा बढ़ जाती है। इससे हड्डियों और जोड़ों में यूरिक एसिड जमा होने लगता है। इससे चलने-फिरने और बैठने पर हड्डियों में दर्द होने लगता है। आगे चलकर यही गंभीर रूप ले लेता है और गठिया जैसी भयानक बीमारी का कारण बन सकता है। ऐसे में यूरिक एसिड को कंट्रोल करना बहुत ही आवश्यक है। नूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा ने यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए नेचुरल चटनी बताई है।
नूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा के मुताबिक, यूरिक एसिड का बढ़ना इन दिनों एक आम समस्या बन गई है। इससे गठिया, जोड़ों में सूजन और तेज दर्द जैसी शिकायतें होने लगती हैं। सही खानपान, पर्याप्त पानी पीने और नियमित व्यायाम की मदद से इस समस्या को कंट्रोल किया जा सकता है। कई लोग दवाओं पर निर्भर रहते हैं, लेकिन कुछ आसान घरेलू उपाय भी यूरिक एसिड कम करने में कारगर होते हैं।
यूरिक एसिड के लिए कम प्यूरीन वाली चटनी
जब शरीर में प्यूरीन की मात्रा बढ़ जाती है, तो यूरिक एसिड अधिक मात्रा में बनता है। कम प्यूरीन वाले आहार का पालन करने का मतलब है उन फूड्स से परहेज करना, जिनमें प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है। पुदीना, धनिया और अदरक जैसी सामग्रियों से बनी यह चटनी न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि यूरिक एसिड के रोगियों के लिए सुरक्षित भी है। यह विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट और डिटॉक्सिफाइंग तत्वों से भी भरपूर है।
कैसे बनाएं चटनी
इस चटनी के लिए ताजा पुदीने और हरा धनिया लें। इन्हें धोकर मिक्सर में डालें। इसमें छिला हुआ अदरक, थोड़ी हरी मिर्च और भुना जीरा डालें। थोड़ा पानी डालकर बारीक पीस लें। अंत में नींबू का रस और स्वादानुसार नमक डालें। इस चटनी को रोटी, पोली या किसी भी अन्य व्यंजन के साथ खाया जा सकता है।
कम प्यूरीन वाली चटनी के फायदे
इस चटनी के नियमित सेवन से शरीर में यूरिक एसिड का स्तर कम होता है, जिससे जोड़ों का दर्द और सूजन कम होती है। इसके अलावा पुदीना और धनिया में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं और शरीर से विषाक्त पदार्थों यानी टॉक्सिन को बाहर निकालते हैं। अदरक शरीर को गर्माहट देता है और सूजन कम करने में मदद करता है।
वहीं, द लैंसेट पब्लिक हेल्थ जर्नल में प्रकाशित एक नए अध्ययन से पता चलता है कि रोजाना सिर्फ 7,000 कदम चलना भी स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए काफी हो सकता है।