कब्ज एक बेहद आम समस्या हो गई है जिससे हर दूसरा इंसान कभी न कभी रूह-ब-रूह होता है। खराब डाइट, बिगड़ता लाइफस्टाइल,तनाव और दवाईयों का अधिक सेवन करने से कब्ज की बीमारी होती है। कब्ज एक ऐसी परेशानी है जिसका असर ना सिर्फ बॉडी और मन पर पड़ता है बल्कि ये दिल की सेहत को भी प्रभावित करती है। एक रिसर्च में चौंकाने वाला पहलू सामने आया है। रिसर्च के मुताबिक कब्ज का संबंध दिल के रोगों से भी है।

हमारे दिल की अच्छी सेहत का राज़ हमारी आंतों में छुपा है। दिसंबर 2021 में प्रकाशित एक हार्वर्ड अध्ययन ने कब्ज और हृदय संबंधी मुद्दों के बीच जटिल संबंध बताया है। रिसर्च के मुताबिक कब्ज दिल की सेहत को भी प्रभावित कर सकता है। आइए जानते हैं कि कब्ज और दिल की बीमारी का क्या कनेक्शन हैं और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है।

कब्ज और दिल के रोगों का कनेक्श

रेजुआ एनर्जी सेंटर, मुंबई में पोषण विशेषज्ञ डॉ. निरुपमा राव ने बताया कि कब्ज और हृदय की समस्याएं क्रॉनिक सूजन से जुड़ी हो सकती हैं। हालांकि कब्ज एक ऐसी परेशानी है जो बेहद मामूली सी लगती है, लेकिन इसका प्रभाव इर्रेगुलर बाउल मूवमेंट से कहीं ज्यादा है। रिसर्च से पता चलता है कि क्रॉनिक कब्ज दिल की समस्याओं के बढ़ते जोखिम में योगदान कर सकती है। आंत और हृदय प्रणाली के बीच इसका जटिल संबंध है।

कब्ज से बॉडी में टॉक्सिन का निर्माण हो सकता है, जिससे क्रॉनिक सूजन हो सकती है जो हृदय प्रणाली को प्रभावित कर सकती है। इसके अतिरिक्त निष्क्रिय जीवनशैली, शारीरिक गतिविधि की कमी और खराब डाइट कब्ज और दिल के रोगों को बढ़ाती हैं।

एक्सपर्ट के मुताबिक कब्ज की परेशानी होने से ब्लड प्रेशर हाई होता है जो दिल के रोगों को बढ़ा सकता है। कब्ज के कारण पेट में गैस हो सकती है जो छाती तक फैल सकती है और दिल में दर्द का कारण बन सकती है।

कब्ज और दिल के रोगों को दूर करने के लिए इन उपायों को अपनाएं

  • पोषण विशेषज्ञ डॉ. निरुपमा राव ने बताया कि कब्ज और हृदय की समस्याएं से बचाव करने के लिए डाइट में बदलाव करें। कब्ज को दूर करने के लिए डाइट में साबुत अनाज, फलों और सब्जियों का सेवन करें। ये सभी फूड्स फाइबर की कमी को पूरा करेंगे और कब्ज को दूर करेंगे।
  • मल को सॉफ्ट करने के लिए आप बॉडी को हाइड्रेट रखें। पानी का अधिक से अधिक सेवन करें। बॉडी को हाइड्रेट रखने से पाचन दुरुस्त रहता है और कब्ज से निजात मिलती है। पानी का अधिक सेवन गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रोब्लम को दूर करता है।
  • आंतों की सेहत में सुधार करने के लिए आप डाइट में प्रोबायोटिक्स को शामिल करें। प्रोबायोटिक्स का सेवन आंतों की सेहत को दुरुस्त करता है। गट हेल्थ को दुरुस्त रखने के लिए संतुलित आंत माइक्रोबायोम जरूरी है।
  • कब्ज और दिल के रोगों से बचाव करने के लिए आप बॉडी को एक्टिव रखें। एक्सरसाइज और वॉक करके ना सिर्फ आप कब्ज से बचाव करेंगे बल्कि दिल की सेहत को भी दुरुस्त रख सकते हैं।