डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसे कंट्रोल में रखना जरूरी है। डायबिटीज के मरीजों के ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने से उनको कई बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक डायबिटीज मरीजों को दिल का दौरा पड़ने का खतरा भी अधिक रहता है।

एक रिसर्च के मुताबिक 50 से 60 फीसदी तक डायबिटीज के मरीजों को हार्ट की बीमारियों का खतरा रहता है। हाल के दिनों में अचानक हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट से मौत के कई मामले सामने आए हैं। ऐसे में आइये जानते हैं कि डायबिटीज के मरीजों को हार्ट अटैक का खतरा क्यों ज्यादा होता है? इस खतरे को कम करने के लिए क्या उपाय करें।

डायबिटीज के मरीजों को हार्ट अटैक का खतरा क्यों?

डायबिटीज और हार्ट से जुड़ी बीमारियों का एक दूसरे से घनिष्ठ संबंध है। दिल का दौरा पड़ने से दिल को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनियों में से एक अवरूद्ध हो जाती है।

indianexpress.com में अपने लेख में डॉ. अंबरीश मिठल लिखते हैं, ब्लड शुगर के स्तर बढ़ने का असर रक्त वाहिकाओं और हार्ट को कंट्रोल करने वाली नसों पर पड़ता है। डायबिटीज से पीड़ित लोगों को साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा अधिक रहता है। साइलेंट हार्ट अटैक की घटनाओं की संख्या महिलाओं की तुलना में पुरुषों में अधिक है।

रिसर्च में हुआ खुलासा- डायबिटीज खतरा बढ़ाती है:

हाल के अध्ययन से पता चला है कि मधुमेह न केवल धमनियों को बल्कि दिल की मांसपेशियों को भी प्रभावित करता है। हृदय की मांसपेशियों के कमजोर होने से हृदय गति रुकने की संभावना बढ़ सकती है। हार्ट अटैक का मतलब यह नहीं है कि दिल पूरी तरह से फेल हो गया है, लेकिन फिर भी यह एक गंभीर स्थिति है जो हृदय की पंपिंग प्रणाली की कमजोरी का संकेत देती है।

डायबिटीज के मरीजों में दिल का दौरा पड़ने के लक्षण:

डायबिटीज के मरीजों में दिल का दौरा पड़ने के लक्षणों की बात करें तो सीने में दर्द होना, घुटनों में दर्द होना, सांस फूलना,थकान और बेहोशी होना शामिल है।

डायबिटीज मरीज किस तरह हार्ट अटैक का खतरा कम कर सकते हैं?

  • डायबिटीज के मरीज अपने खान-पान और लाइफस्टाइल में बदलाव करें। अगर दिल के रोगों की हिस्ट्री है तो खाने का विशेष ध्यान रखें।
  • डायबिटीज के मरीज अगर दिल के रोगों से बचना चाहते हैं तो वजन को कंट्रोल करें। बढ़ता वजन आपके दिल को नुकसान पहुंचा सकता है।
  • डाइट में प्रोटीन और फाइबर से भरपूर फूड का अधिक सेवन करें।
  • डायबिटीज के मरीज शुगर कंट्रोल करने के साथ ही दिल को हेल्दी रखना चाहते हैं तो बॉडी को एक्टिव रखें। कम से कम 45 मिनट तक वॉक, सीढ़िया चढ़ें और एक्सरसाइज करें।
  • अगर डेस्क वर्क करते हैं तो हर 30 से 60 मिनट में उठें और कुछ देर वॉक करें।
  • ब्लड शुगर को कंट्रोल करें। खान-पान में कम कैलोरी वाले फूड का सेवन करें। मीठी चीजों से परहेज करें। शुगर कंट्रोल रहेगी तो दिल के रोगों का खतरा कम होगा।
  • अल्कोहल का सेवन बंद करें। शराब या नशीले पदार्थों का सेवन दिल और शुगर दोनों के लिए हानिकारक है।