पानी स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी होता है। हमेशा ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह दी जाती है। ज्यादा पानी पीने से किडनी फिल्टर होने के साथ-साथ शरीर से विषैले पदार्थ यानी टॉक्सिन को बाहर निकालने का काम करती है, लेकिन कई लोग शरीर में ऑटोमेटिक होने वाले इस काम में बाधा डालते हैं यानी कामकाज में व्यस्त होने के चलते पेशाब को ज्यादा देर तक रोके रखते हैं। अगर, आप भी ऐसा करते हैं तो समय रहते सावधान हो जाएं। वरना कई गंभीर समस्याओं के शिकार हो सकते हैं। चलिए आपको बताते हैं यूरिन रोकने से कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं।
दरअसल, शरीर के टॉक्सिन, खतरनाक बैक्टीरिया और एक्स्ट्रा सॉल्ट यूरिन के जरिए बाहर आते हैं। यूरिनरी ब्लैडर भरने पर दिमाग को यूरिन रिलीज करने का मैसेज मिलता है, लेकिन अगर इसे रोक दिया जाए तो कई गंभीर बीमारियों का रिस्क रहता है। इसके कई साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। यह आदत आपकी किडनी, ब्लैडर और यूरिनरी सिस्टम के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकती है।
यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI)
यूरिन में बैक्टीरिया होते हैं, जिन्हें शरीर बाहर निकालता रहता है। जब आप यूरिन रोकते हैं, तो बैक्टीरिया यूरिनरी ट्रैक्ट में बढ़ने लगते हैं, जिससे UTI होने का खतरा बढ़ जाता है। महिलाओं में UTI होने की संभावना ज्यादा होती है, लेकिन पुरुष भी इससे बच नहीं सकते। अगर, पेशाब करने में जलन, दर्द, बार-बार यूरिन आने की इच्छा लेकिन कम यूरिन आना और यूरिन से बदबू आना आदि की समस्या होती है तो इसे हल्के में नहीं लें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
किडनी स्टोन
लंबे समय तक यूरिन रोकने से किडनी में मिनरल्स जमा होने लगते हैं, जो बाद में पथरी का रूप ले सकते हैं। अगर यूरिन को बार-बार रोकते हैं, तो यह समस्या बढ़ सकती है और किडनी स्टोन से लेकर कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसी स्थिति में ज्यादा पानी पिएं ताकि किडनी स्टोन बनने से रोका जा सके। जब भी यूरिन आए, उसे रोकने की बजाय तुरंत वॉशरूम जाएं। अधिक नमक और सोडा वाले ड्रिंक्स से बचें।
ब्लैडर डिसफंक्शन
ज्यादा देर तक यूरिन रोकने से ब्लैडर की मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं। इससे यूरिन को ठीक से स्टोर करने और रिलीज करने की क्षमता कम हो जाती है। बाद में यह स्थिति ओवरएक्टिव ब्लैडर का कारण बन सकती है, जिससे बार-बार पेशाब जाने की जरूरत महसूस होती है। इसके अलावा ज्यादा कैफीन और अल्कोहल से बचें, क्योंकि ये ब्लैडर को कमजोर कर सकते हैं।
कैसे करें बचाव
इन समस्याओं से बचने के लिए ज्यादा पानी पिएं, हेल्दी डाइट अपनाएं और शरीर की जरूरतों को अनदेखा न करें। इससे यूरिनरी हेल्थ को बेहतर बना सकते हैं और इन बीमारियों से बच सकते हैं।
वहीं, उम्र के हिसाब से कोलेस्ट्रॉल का स्तर क्या होना चाहिए? क्योंकि, शरीर में जब कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता है तो इसके कारण हार्ट से संबंधी बीमारी और हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।