High Blood Pressure: स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है भारत में उच्च रक्तचाप से पीड़ित मरीजों की संख्या करोड़ों में है। एक स्वस्थ व्यक्ति का ब्लड प्रेशर लेवल 120/80 mmHg होता है। अगर यह 140/90 mmHg या फिर उससे ज्यादा हो जाए तो उस व्यक्ति को हाई बीपी का मरीज माना जाता है। ये स्वास्थ्य समस्या बढ़ते वजन और अस्वस्थ जीवन शैली के कारण लोगों को अपना शिकार बनाता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार हाई ब्लड प्रेशर यानि हाइपरटेंशन का सामान्य तौर पर कोई लक्षण नहीं दिखता इस कारण इसे ‘साइलेंट किलर’ कहा जाता है।
जो लोग लंबे समय से हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित होते हैं उन्हें दूसरों की तुलना में दिल का दौरा यानी हार्ट अटैक पड़ने का खतरा भी अधिक होता है। यही नहीं, डायबिटीज, किडनी रोग, स्ट्रोक व अन्य कई गंभीर बीमारियों की चपेट में भी ये मरीज आ सकते हैं। एक अध्ययन के मुताबिक हर आठ में से एक भारतीय को हाइपरटेंशन की समस्या है। वैसे तो किसी भी उम्र में ये बीमारी लोगों को अपना शिकार बना सकती है लेकिन माना जाता है कि उम्र के 45 वसंत पार करने के बाद लोगों को अपना ब्लड प्रेशर लेवल चेक कराते रहना चाहिए। आइए जानते हैं किन बातों का रखें ध्यान –
डाइट में रखें कम नमक और कम मसाले: आमतौर पर नमक की अधिकता बीपी बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होती है। ऐसे में सोडियम की खुराक कम करें। साथ ही, ज्यादा मसालेदार भोजन करने से भी ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि नमक-मिर्च और गर्म मसाला के अधिक सेवन से शरीर में खून का बहाव बहुत तेजी से होता है जिस वजह से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। यही नहीं, खाने में घी-तेल से भी परहेज करना चाहिए ताकि मरीजों का वजन संतुलित रह सके।
धूम्रपान करने से बचें: बढ़ती उम्र में हाइपरटेंशन से बचना चाहते हैं तो धूम्रपान से दूर रहें। इसके लगातार सेवन से लोगों में हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
फिजिकली एक्टिव रहें: कई अध्ययनों में खुलासा हुआ है कि एक्सरसाइज करने से हार्ट रेट बेहतर होती है। साथ ही, बताया जाता है कि हाई ब्लड प्रेशर के मरीज अगर रोजाना 30 मिनट भी टहलते हैं तो इससे उन्हें बहुत फायदा होगा।