फेफड़े हमारे शरीर में ऑक्सीजन का मुख्य स्रोत हैं। फेफड़े लगातार खून में ऑक्सीजन मिलाते हैं, शरीर की प्रत्येक कोशिका को एनर्जी प्रदान करते हैं और कार्बन डाईऑक्साइड को बाहर निकालते हैं। ऐसे में फेफड़ों का हेल्दी रहना भी बहुत ही आवश्यक है। हालांकि, प्रदूषण, धूम्रपान, जलवायु परिवर्तन और अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खानपान के चलते फेफड़ों पर बहुत दबाव पड़ रहा है, जिससे फेफड़ों से जुड़ी समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है। आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सा विशेषज्ञ, डॉ. सलीम जैदी ने फेफड़ों को हेल्दी रखने के लिए कुछ जरूरी हर्बल ड्रिंक्स बताई हैं, जिनके सेवन से फेफड़ों को डिटॉक्स करने में मदद मिल सकती है।
डॉ. सलीम जैदी ने अपने यूट्यूब पर एक वीडियो शेयर करते हुए बताया कि अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खानपान के चलते फेफड़ों पर बहुत दबाव पड़ता है। इससे सांस लेने में कठिनाई, लगातार खांसी, संक्रमण या गंभीर बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि जब फेफड़ों में गंदगी जमा हो जाती है, तो कैंसर और अस्थमा आदि बीमारियां भी हो सकती हैं। ऐसे में फेफड़ों को डिटॉक्स करने के लिए हर्बल ड्रिंक्स फायदा पहुंचा सकती हैं। इनसे फेफड़ों की सफाई और उनकी शक्ति बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
ग्रीन टी
ग्रीन टी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है और इसमें कैफीन की मात्रा बहुत कम होती है, जो फेफड़ों में सूजन को कम करने में मदद करती है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों यानी टॉक्सिन को बाहर निकालकर खून को शुद्ध करती है और श्वसन तंत्र को मजबूत बनाती है। ग्रीन टी के नियमित सेवन से फेफड़े ठीक से काम करते हैं, सांस लेना आसान होता है। इसके साथ ही ग्रीन टी से प्रदूषण से होने वाले नुकसान से भी बचाव होता है।
अदरक, शहद और नींबू से बनी चाय
अदरक एक प्राकृतिक सूजनरोधी और एंटीसेप्टिक है। शहद गले की खराश और सूखेपन से राहत देता है, जबकि नींबू में मौजूद विटामिन सी रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को बढ़ाता है। इन तीनों सामग्रियों से बनी चाय सर्दी-जुकाम, खांसी और कफ के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है। यह फेफड़ों से कफ को बाहर निकालने और वायुमार्ग को साफ करने में मदद करती है।
हल्दी और अदरक का मिश्रण
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन और अदरक में मौजूद जिंजरोल प्राकृतिक रूप से सूजनरोधी तत्व हैं। इन दोनों का काढ़ा या चाय बनाकर लेने से फेफड़ों को संक्रमण से बचाया जा सकता है। यह उपाय उन लोगों के लिए उपयोगी है, जिन्हें बार-बार सर्दी-जुकाम, फ्लू या सांस लेने में तकलीफ होती है। इसका रोजाना सेवन करने से फेफड़ों से कफ साफ होता है और सांस लेना आसान हो जाता है।
मुलेठी की चाय
मुलेठी की जड़ों में एंटीवायरल और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं। मुलेठी की चाय गले की खराश को कम करती है, कफ को ढीला करके बाहर निकालती है और श्वसन तंत्र की रुकावटों को दूर करती है। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जिन्हें बार-बार सर्दी, खांसी या अस्थमा जैसी दिक्कत होती है। यह श्वसन तंत्र को साफ और कुशल बनाए रखता है।
वहीं, द लैंसेट पब्लिक हेल्थ जर्नल में प्रकाशित एक नए अध्ययन से पता चलता है कि रोजाना सिर्फ 7,000 कदम चलना भी स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए काफी हो सकता है।