Health Tips: नमक (सोडियम) जीवन के लिए जरूरी है, लेकिन अगर इसका ज्यादा सेवन किया जाए, तो यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है। प्रतिदिन पांच ग्राम नमक हमारे स्वास्थ्य के लिए सोडियम की सुरक्षित मात्रा है। हालांकि, प्रतिदिन 4 ग्राम नमक का सेवन शरीर के सभी कार्यों को करने के लिए पर्याप्त है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हमें 1 दिन में अधिक से अधिक 5 ग्राम नमक का सेवन करना चाहिए।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, प्रतिदिन 5 ग्राम से कम नमक का सेवन किया जाता है तो 10 वर्षों में हार्ट रोग (Heart Disease) और क्रोनिक किडनी रोग (Chronic Kidney Disease) से होने वाली करीब 3 लाख मौतों को टाल सकते हैं। इस संबंध में द लैंसेट पब्लिक हेल्थ में एक स्टडी प्रकाशित हुई है, जिसमें बताया गया है कि भारत में एक व्यक्ति प्रतिदिन लगभग 11 ग्राम नमक का सेवन करता है। जिसके चलते हार्ट और गुर्दे की बीमारी का खतरा बढ़ता है और दिल के दौरे या स्ट्रोक के लोगों को मौत तक हो जाती है।

खाने में पोषक तत्व आवश्यक

खाने में पोष्क तत्वों का होना बहुत ही जरूरी होता है। संतुलित आहार में सभी आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं, लेकिन नमक और तेल का अधिक सेवन  हमें बीमार कर सकता है।

भारत नमक का सेवन कैसे करता है?

रिपोर्ट के अनुसार, भारत में नमक का उपयोग खाना बनाते समय, सलाद और कई चीजों में किया जाता है, जो 2014 में सोडियम सेवन का 80 प्रतिशत से अधिक है। हालांकि, पैकेज्ड फूड्स से सोडियम का सेवन बढ़ रहा है, क्योंकि भारत अन्य निम्न-आय और मध्यम-आय वाले देशों की तरह, तेजी से पोषण परिवर्तन से गुजर रहा है। उदाहरण के लिए, रिपोर्ट के अनुसार, 2011 और 2021 के बीच नमकीन स्नैक्स की बिक्री में 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई और रेडी-टू-ईट उत्पादों का बाजार 2019 में INR 32 बिलियन से लगभग तीन गुना बढ़कर 2025 में INR 94 बिलियन हो गया।

अधिक नमक का सेवन कैसे प्रभावित करता है?

हाई सोडियम वर्तमान में वैश्विक स्तर पर मृत्यु और विकलांगता का प्रमुख कारण बनकर सामने आया है। पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया (PHFI) के प्रमुख हार्ट रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर के श्रीनाथ रेड्डी का कहना है कि हाई सोडियम से हाई ब्लड प्रेशर के जोखिम से जुड़ी हुई है, जिससे दिल के दौरे, स्ट्रोक, कंजेस्टिव हार्ट फेलियर और किडनी की समस्या का खतरा बढ़ जाता है। प्रोफेसर रेड्डी ने कहा, “खाना बनाते या खाते समय नमक की मात्रा कम करना मददगार होता है। 

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।