हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी परेशानी है जिसके लिए खराब डाइट, बिगड़ता लाइफस्टाइल और बढ़ता तनाव जिम्मेदार है। ब्लड प्रेशर के स्तर की बात करें तो एक नॉर्मल आदमी का बीपी 120/80 mmHg तक होता है। जिन लोगों का बीपी इस स्तर से कम होता है उसे लो बीपी कहा जाता है। 120/80 mmHg से ज्यादा ब्लड प्रेशर के स्तर को हाई बीपी कहा जाता है। WHO के अनुसार, हाई ब्लड प्रेशर तब माना जाता है जब आपका सिस्टोलिक (ऊपरी) BP 140 mmHg से ज्यादा और डायस्टोलिक BP 90 mmHg से ज्यादा हो। जिन लोगों का BP सामान्य से बहुत अधिक होता है तो ये आपकी धमनियों और अंगों पर अतिरिक्त दबाव डालता है। WHO के अनुसार ये दिल पर अतिरिक्त दबाव बनाता है, जिससे हार्ट संबंधी बीमारियां जैसे हार्ट अटैक हो सकता हैं।
हाई बीपी मस्तिष्क (brain) और नसों पर असर डालता है जिससे स्ट्रोक, ब्रेन स्ट्रोक आदि हो सकता हैं। हाई ब्लड प्रेशर किडनी सहित दूसरे अंगों को भी नुकसान पहुंचा सकता है, क्योंकि हाई बीपी से धमनियों की दीवारों को नुकसान होता है। जिन लोगों का बीपी हाई होता है उनकी बॉडी में कुछ लक्षण दिखने लगते हैं जैसे बार-बार सिरदर्द,चक्कर आना,सांस लेने में दिक्कत,धुंधला दिखाई देना,सीने में दर्द या दबाव,दिल की धड़कन तेज होना,कमजोरी और थकान,BP बढ़ने पर बेचैनी, घबराहट या चिड़चिड़ापन भी महसूस हो सकता है।
silent killer इसी डिजीज को कंट्रोल करने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव करना बेहद जरूरी है। डाइट में कम नमक वाला खाना, हेल्दी फूड, रेगुलर बॉडी एक्टिविटी, धूम्रपान और शराब से परहेज कर के हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है। एक नॉर्मल इंसान का ब्लड प्रेशर उम्र के हिसाब से कम और ज्यादा रहता है। हर उम्र में बीपी का स्तर कितना होता है इसकी जानकारी होना जरूरी है। आइए जानते हैं कि उम्र के मुताबिक नॉर्मल ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए। हाई ब्लड प्रेशर की कौन सी रेंज बॉडी के अंगों को नुकसान पहुंचा सकती है।
उम्र के अनुसार ब्लड प्रेशर चार्ट (Normal BP Range)
| उम्र | सामान्य सिस्टोलिक (ऊपरी) | सामान्य डायस्टोलिक (निचला) |
| 15–19 वर्ष | 105–120 | 70–80 |
| 20–24 वर्ष | 108–132 | 75–80 |
| 25–29 वर्ष | 110–133 | 76–82 |
| 30–34 वर्ष | 110–134 | 77–84 |
| 35–39 वर्ष | 111–135 | 78–85 |
| 40–44 वर्ष | 112–137 | 79–87 |
| 45–49 वर्ष | 115–139 | 80–88 |
| 50–54 वर्ष | 116–140 | 81–89 |
| 55–59 वर्ष | 118–142 | 82–90 |
| 60–64 वर्ष | 120–147 | 83–91 |
| 65+ वर्ष | 120–150 | 80–90 |
उम्र के हिसाब से सिस्टोलिक और डायस्टोलिक बीपी चार्ट
| आयु | न्यूनतम (सिस्टोलिक/डायस्टोलिक) Minimum (Systolic/Diastolic) | सामान्य (सिस्टोलिक / डायस्टोलिक) Normal (Systolic/Diastolic) | अधिकतम (सिस्टोलिक डायस्टोलिक) Maximum (Systolic/Diastolic) |
| 1 से 12 महीने | 75/50 | 90/60 | 100/75 |
| 1 से 5 साल | 80/55 | 95/65 | 110/79 |
| 6 से 13 साल | 90/60 | 105/70 | 115/80 |
| 14 से 19 साल | 105/73 | 117/77 | 120/81 |
| 20 से 24 साल | 108/75 | 120/79 | 132/83 |
| 25 से 29 साल | 109/76 | 121/80 | 133/84 |
| 30 से 34 वर्ष | 110/77 | 122/81 | 134/85 |
| 35 से 39 वर्ष | 111/78 | 123/82 | 135/86 |
| 40 से 44 वर्ष | 112/79 | 125/83 | 137/87 |
| 45 से 49 वर्ष | 115/80 | 127/84 | 139/88 |
| 50 से 54 वर्ष | 116/81 | 129/85 | 142/89 |
| 55 से 59 वर्ष | 118/82 | 131/86 | 144/90 |
| 60 से 64 वर्ष | 121/83 | 134/87 | 147/91 |
(Source: National Health Service (NHS)
बीपी का कौन सा स्तर अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है?
pubmed में नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की रिपोर्ट के मुताबिक कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि BP 130/80 या उससे ज्यादा होने पर ये अंगों को नुकसान पहुंचाने लगता है। हाई बीपी हार्ट, किडनी, ब्रेन आदि को नुकसान के जोखिम को बढ़ाता है। हाई बीपी के मरीज ब्लड प्रेशर की निगरानी करें और बीपी को नॉर्मल रखने के लिए लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव करें।
आंखों की घटती रोशनी के लिए वरदान है आंवला, रोज़ खाएं तो उतर जाएगा चश्मा, आचार्य बालकृष्ण से जानिए कैसे
