हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। हरी पत्तेदार सब्जियों में पालक एक ऐसी सब्जी है जो लगभग पूरे साल मिलती है। ये सब्जी पोषक तत्वों का पावर हाउस है जो बॉडी को कई तरह से फायदा पहुंचाती है। पालक में भरपूर कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन A, C, K, फोलेट और फाइबर पाया जाता है। ये पोषक तत्व हड्डियों को मजबूत बनाते हैं, खून की कमी दूर करते हैं और शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाते हैं। पालक एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से बचाता हैं।

गैस्ट्रो लिवर हॉस्पिटल में डॉक्टर वी के मिश्रा के मुताबिक पालक एक ऐसी हरी पत्तेदार सब्जी है जो हड्डियों की मजबूती के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती है। इसमें कैल्शियम, विटामिन K, आयरन, मैग्नीशियम और फोलेट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और उनमें कैल्शियम के स्तर को संतुलित रखते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि रोज पालक का सेवन करने से बॉडी को कौन-कौन से फायदे होते हैं।

पालक कैसे हड्डियों को मजबूत करता है?

पालक का नियमित सेवन हड्डियों में नई बोन सेल्स बनने की प्रक्रिया को तेज करता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं से बचाता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से हड्डियों और जोड़ों की हिफाजत करता हैं, जबकि इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं।

बॉडी रहती है हाइड्रेट

पालक में लगभग 90% पानी होता है जो शरीर को हाइड्रेटेड रखता है। अगर आप रोजाना भोजन या सलाद में पालक शामिल करते हैं तो शरीर में वाटर बैलेंस बना रहता है और स्किन व मेटाबॉलिज्म हेल्थ भी दुरुस्त रहती है।

भूख होती है कंट्रोल और वजन होता है कम

पालक में पाए जाने वाले थायलाकोइड एक्सट्रैक्ट्स (Thylakoids) भूख को कम करते हैं और फुलनेस हार्मोन को बढ़ाते हैं। इससे ओवरईटिंग की आदत घटती है और वजन कंट्रोल रहता है।

ऑस्टियोपोरोसिस से होता है बचाव

पालक में कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन K की भरपूर मात्रा होती है, जो हड्डियों को मजबूत बनाती है। नियमित सेवन से हड्डियों का रीबिल्डिंग प्रोसेस बेहतर होता है और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा घटता है।

आयरन की कमी और एनीमिया से होता है बचाव

पालक आयरन का बेहतरीन स्रोत है, जो ब्लड सेल्स को मजबूत करता है। इससे शरीर में ऑक्सीजन का संचार ठीक से होता है, थकान, कमजोरी और चक्कर जैसी समस्याओं से बचाव होता है।

इम्यून सिस्टम होता है मजबूत

पालक में विटामिन E, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं। यह शरीर को फ्री रेडिकल्स, वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते है।

प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए है असरदार

पालक में मौजूद फोलिक एसिड (Folate) भ्रूण के मस्तिष्क और नसों के विकास के लिए आवश्यक है। यह न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट्स जैसी जन्म संबंधी बीमारियों के खतरे को कम करता है।

आंखों की रोशनी के लिए भी है जरूरी

पालक में ल्यूटिन, ज़ीएक्सैंथिन, विटामिन A और C होते हैं, जो आंखों को हेल्दी रखते हैं। यह कैटरेक्ट और नाइट ब्लाइंडनेस से सुरक्षा प्रदान करता है और एज-रिलेटेड मैकुलर डिजनरेशन के खतरे को घटाता है।

फ्री रेडिकल्स से होता है बचाव

पालक में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में जमा हानिकारक फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं। इससे डायबिटीज, कैंसर और पार्किंसंस जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है।

हार्ट हेल्थ के लिए भी है जरूरी

पालक ऑर्गेनिक नाइट्रेट्स का अच्छा स्रोत है, जो ब्लड प्रेशर को कम करते हैं और आर्टरीज को लचीला बनाते हैं। पोटैशियम की मौजूदगी हृदय की कार्यक्षमता में सुधार करती है और हृदय रोगों से बचाव करती है।

सूजन होती है कंट्रोल

पालक में पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर में सूजन को कम करते हैं। इससे जोड़ों के दर्द, दिल के रोग और अन्य सूजन संबंधी बीमारियों में राहत मिलती है। पालका का सेवन कच्चा, उबला, सौटे किया हुआ या पकाकर किसी भी रूप में खाया जा सकता है। इसे सलाद, सूप, स्मूदी या सब्जी के रूप में खाया जा सकता है।