फलों का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद हैं। रोजाना एक सीजनल फल का सेवन करने से बॉडी को पर्याप्त पोषण मिलता है, बॉडी का फैट कंट्रोल रहता है और मोटापा भी कम होता है। फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर फलों का सेवन करने से एनर्जी बूस्ट होती है और पाचन में सुधार होता है। फल सेहत के लिए उपयोगी हैं लेकिन अगर किसी एक खास फल यानी केला की बात की जाए तो ये सेहत के लिए खज़ाना है। केला एक सस्ता और स्वादिष्ट फल है जो पूरे साल मिलता है। 100 ग्राम केला में मौजूद पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें कार्बोहाइड्रेट-22-25 ग्राम, फाइबर-2.6 ग्राम, विटामिन B6-0.4 मिलीग्राम, विटामिन C-8.7 मिलीग्राम, पोटैशियम-358 मिलीग्राम और मैग्नीशियम मौजूद होता है जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है।

आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया हमारी बॉडी में तीन दोष होते हैं वात दोष, कफ दोष और पित्त दोष। इन तीनों तरह के दोषों को बैलेंस करने का काम केला करता है। केले का सेवन करने से पाचन से जुड़ी परेशानियां जैसे इर्रेगुलर बाउल मूवमेंट,गैस, एसिडिटी और अपच का इलाज होता है। हार्ट बर्न से अक्सर परेशान रहते हैं तो रोज सुबह दो केले खा लिया करें। ये फल एंग्जायटी को भी कंट्रोल करता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि रोज अगर केला का सेवन किया जाए तो सेहत में कौन-कौन से बदलाव होते हैं।

केला खाने से एनर्जी होती है बूस्ट

केले का सेवन अगर सुबह उठते ही किया जाए तो ये फल सुबह-सुबह एनर्जी को बूस्ट करता है। केला एक नेचुरल एनर्जी बूस्टर है जो बॉडी की थकान मिटाकर बॉडी को तुरंत एनर्जी देता है।

शुगर रहती है कंट्रोल

वेबएमडी के मुताबिक केले में शुगर की मात्रा होती है, फिर भी इनका ग्लायसेमिक इंडेक्स (GI) कम केवल 51 होता है। केले में मौजूद फाइबर पाचन में मदद करता है। इनमें एक विशेष प्रकार का फाइबर होता है जिसे पेक्टिन कहते हैं, जो कार्बोहाइड्रेट को पचने की गति को कंट्रोल करने में मदद करता है। डायबिटीज मरीज अगर रोज एक केले का सेवन कर लें तो बॉडी को भरपूर पोषण मिलेगा, कमजोरी दूर होगी और शुगर बढ़ने का भी खतरा नहीं रहेगा।

आंतों में बढ़ते हैं गुड बैक्टीरिया

केले का सेवन पेट के लिए भी फायदेमंद होता है। इनमें प्रोबायोटिक्स होते हैं, ये वही अच्छे बैक्टीरिया हैं जो आंत में पाए जाते हैं। केले में प्रिबायोटिक्स भी होते हैं जो ऐसे कार्बोहाइड्रेट होते हैं जो इन अच्छे बैक्टीरिया को भोजन देते हैं। इस फल का सेवन अगर दस्त जैसी समस्या में किया जाए तो ये जादुई असर करता है।

यीस्ट और यूरिन इंफेक्शन (UTI) में होता सुधार

प्रोबायोटिक्स और प्रीबायोटिक्स से भरपूर केला में फ्रुक्टूलिगोसैकेराइड्स (FOS) जैसे प्रीबायोटिक्स पाए जाते हैं, जो पेट और आंत की अच्छी बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं। ये अच्छे बैक्टीरिया यीस्ट और हानिकारक बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकते हैं, जिससे यीस्ट इंफेक्शन और UTI से बचाव करने में मदद मिलती है।

वर्कआउट रिकवरी होती है फास्ट

कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि केला का सेवन अगर हैवी वर्कआउट के बाद किया जाए तो रिकवरी फास्ट होती है। अगर आप रोज जिम करते हैं तो केला का सेवन जरूर करें।

किन लोगों के लिए ज़हर साबित होता है केला?

आयुर्वेद के मुताबिक जिन लोगों को कफ दोष ज्यादा रहता है उन्हें केला नहीं खाना चाहिए। केला का सेवन करने से गले की सर्दी और जुकाम बढ़ता है। इसकी तासीर गले की सर्दी को बढ़ा सकती है।

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