खराब खानपान, फिजिकल एक्टिविटी की कमी और अस्वस्थ जीवनशैली के कारण वर्तमान समय में युवा भी डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। डायबिटीज यानी मधुमेह एक तरह की क्रॉनिक डिसीज है, बॉडी में इंसुलिन हार्मोन की कमी के कारण होती है। इस बीमारी में ब्लड शुगर के स्तर को काबू में रखना बेहद ही महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि ब्लड शुगर यानी रक्त शर्करा का स्तर बढ़ने से हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक, किडनी फेलियर और मल्टीपल ऑर्गन फेलियर जैसी जानलेवा स्थिति की चपेट में आने का खतरा भी बढ़ जाता है।
मेडिकल टर्म में हाई ब्लड शुगर लेवल की स्थिति को हाइपरग्लाइसेमिया कहा जाता है। विशेषज्ञ हाई ब्लड शुगर के मरीजों को सही तरीके से डाइट प्लान फॉलो करने की सलाह देते हैं, क्योंकि इससे रक्त शर्करा के स्तर को काबू रखने में मदद मिल सकती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो खून में रक्त शर्करा के स्तर को कंट्रोल करने में अदरक बेहद ही कारगर है।
अदरक: औषधीय गुणों से भरपूर अदरक में प्रोटीन, फाइबर, एंटी -इंफ्लेमेटरी गुण, एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाती है। नियमित तौर पर अदरक का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है। एक शोध के अनुसार अगर किसी व्यक्ति को 12 हफ्ते तक रोजाना 2 ग्राम अदरक दी जाए तो उसका ब्लड शुगर कम हो सकता है।
वहीं प्लांटा मेडिका जर्नल पर प्रकाशित एक अन्य रिसर्च के अनुसार अदरक की जड़ में जिंजरोल नामक तत्व पाया जाता है, जो इंसुलिन का इस्तेमाल किए बिना ही मांसपेशियों की कोशिकाओं में ग्लोकूज के लेवल को सुधारता है, जिससे रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
इस तरह करें अदरक का सेवन: स्वास्थ्य एक्सपर्ट्स डायबिटीज के मरीजों को रोजाना 4 ग्राम अदरक खाने की सलाह देते हैं। इससे ना सिर्फ ब्लड शुगर लेवल काबू में रहता है बल्कि हार्ट बर्न, डायरिया और पाचन संबंधी जैसी समस्याओं से भी छुटकारा मिल सकता है।
इसके अलावा आप अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े काटकर उसका सेवन कर सकते हैं। अदरक की चाय और नींबू पानी पीना भी फायदेमंद होता है।