कहते हैं कि मां बनाना इस दुनिया का सबसे खूबसूरत एहसास होता है। हालांकि, ये एहसास अपने साथ कई तरह की चुनौतियां भी लेकर आता है। खासकर पहली बार मां बनने पर कई तरह के सवाल परेशान करते हैं। बच्चे की सेहत के लिए क्या अच्छा है और क्या नहीं? शुरुआत में बच्चे को क्या खिलाया-पिलाया जाए? उसका ख्याल कैसे रखा जाए, ऐसे कई तरह के सवाल होते हैं जो मां को परेशान करते हैं।
वहीं, हमारे देश में बहुत सी ऐसी पारंपरिक प्रथाएं हैं, जो इस परेशानी को ओर अधिक बढ़ाने का काम करती हैं। इन्हीं में से एक है घुट्टी पिलाना। शिशु को जन्म घुट्टी पिलाने की ये प्रथा सदियों से चली आ रही है और खासकर दादी नानी ऐसा करने की सलाह देती हैं। लेकिन ये सलाह कितनी सही है और इसे लेकर हेल्थ एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं, आइए जानते हैं-
कितना सही है बच्चों को घुट्टी पिलाना?
मामले को लेकर ‘बच्चों की डॉक्टर’ के नाम से मशहूर डॉक्टर माधवी भारद्वाज ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में डॉ बताती हैं, बच्चों को घुट्टी पिलाना किसी भी तरह से सही नहीं है। इससे नवजात को एक साथ कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। जैसे-
इंफेक्शन
डॉ भारद्वाज के मुताबिक, घुट्टी पिलाने से शिशु को इंफेक्शन का खतरा सबसे अधिक रहता है। खासकर ज्यादातर घुट्टियों में शहद मौजूद होता है, जो नवजात की सेहत के लिए बिल्कुल सही नहीं है। शहद के सेवन से बच्चा बोटुलिज़्म नामक इंफेक्शन से घिर सकता है, जो कई मामलों में जानलेवा भी हो सकता है।
मां के दूध में कमी
डॉ बताती हैं, ‘अक्सर कई मां ये शिकायत लेकर आती हैं कि उनका बच्चा सही तरीके से उनका दूध नहीं पी रहा है। इससे मासूम की सेहत पर भी असर पड़ने लगा है या मां का दूध ना पीने पर बच्चा कमजोर हो रहा है।’ डॉ भारद्वाज के मुताबिक, ऐसा भी घुट्टी पिलाने के कारण हो सकता है। दरअसल, घुट्टी का स्वाद मीठा होता है जबकि मां के दूध का स्वाद न्यूट्रल होता है। ऐसे में घुट्टी पिलाने के बाद बच्चा दूध पीने से बचने लगता है, जिससे उसकी सेहत पर बेहद खराब असर पड़ सकता है या बच्चे की ग्रोथ में रुकावट आ सकती है।
नशीले पदार्थ
डॉ भारद्वाज के मुताबिक, इस तरह की घुट्टी में थोड़ी मात्रा में शराब या कुछ अन्य नशीले पदार्थ मौजूद होते हैं। ऐसे में इन्हें पीने से बच्चा शांत तो हो जाता है या सो जाता है लेकिन इस तरह के पदार्थ से भी मासूम की सेहत पर बेहद खराब असर पड़ सकता है। इससे बच्चे की ब्रेन ग्रोथ प्रभावित हो सकती है।
कैसे रखें बच्चे की सेहत का ख्याल?
दरअसल, माना जाता है कि घुट्टी पिलाने से कोलिक की परेशानी से राहत मिलती है। हालांकि, इसके लिए डॉक्टर घुट्टी न पिलाते हुए मां का दूध पिलाने की सलाह देती हैं।
डॉ. के मुताबिक, मां के दूध में बच्चे की अच्छी सेहत और ग्रोथ के लिए तमाम तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं। ऐसे में शिशु की अच्छी सेहत और बेहतर ग्रोथ के लिए कम से कम 6 महीने तक बच्चे को केवल मां का दूध ही पिलाएं।
यहां देखें वीडियो-
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।