Diet Tips for Winter: ठंड का मौसम लगभग आ ही गया है, सुबह-शाम ठिठुरन बढ़ने लगी है। इस मौसम में लोगों की डाइट बदलने लगती है क्योंकि तला-भुना खाने की क्रेविंग सर्दियों में ज्यादा होती है। हालांकि, कई लोग इस दौरान खांसी-जुकाम की चपेट में भी आने लगते हैं। इस साल कोरोना वायरस के कारण स्वास्थ्य के प्रति लोगों की सजगता में इजाफा हुआ है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि हेल्दी खानपान से लोग कई बीमारियों से बच सकते हैं। सर्दियों के मौसम में खाने के कई विकल्प मौजूद होते हैं, इस सीजन में खाने के कई विकल्प मौजूद होते हैं। गाजर भी ठंड में मिलने वाला मौसमी सब्जी है जो कई बीमारियों का खतरा कम करता है।
लिवर को रखता है संक्रमण से दूर: गाजर में विटामिन ए पाया जाता है जो लिवर को कई बीमारियों से बचाता है। इस मौसमी सब्जी में बीटा कैरोटिन होता है, ये तत्व लिवर की कार्य क्षमता को बेहतर बनाता है। साथ ही गाजर में एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो लिवर को कई तरह के संक्रमण से बचाते हैं। आप चाहें तो गाजर को सलाद या फिर जूस के रूप में ले सकते हैं।
कम करता है कैंसर का खतरा: गाजर में एंटी-ऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं जिससे वो कैंसर सेल्स को रोकने में मदद करते हैं। कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक गाजर में पॉलीएसिटिलीन पाया जाता है, जो कैंसर सेल्स को खत्म कर ट्यूमर के ग्रोथ को रोकने में मदद करता है। इसमें मौजूद केरेटिनॉइड एसिड महिलाओं में होने वाले स्तन कैंसर सेल्स के शुरुआती बदलाव को रोकने में असरदार होता है।
उच्च रक्तचाप: पोटैशियम की उच्च मात्रा गाजर में होती है, साथ ही इसमें बीटा-कैरोटीन मौजूद होता है जो हाई ब्लड प्रेशर को काबू में रखने में मददगार है।
ब्लड शुगर रहता है नियंत्रित: डायबिटीज रोगियों के लिए गाजर रामबाण साबित हो सकता है। इंसुलिन को मैनेज करने में गाजर को मददगार माना जाता है। इसके अलावा, गाजर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स यानि कि जीआई वैल्यू भी कम होता है। मधुमेह के रोगियों को डॉक्टर्स कम जीआई वैल्यू वाले खाद्य पदार्थों को ही अपनी डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं।