शरीर का एक-एक अंग और हिस्सा बहुत ही महत्वपूर्ण होता है, जो बताते हैं कि शरीर कितना स्वस्थ है और क्या दिक्कत हो रही है। ऐसे ही पैर भी कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के संकेत देते हैं। हमारा शरीर अंगों से पहले आंतरिक अंगों और मस्तिष्क में रक्त भेजता है, इसलिए जब हमारे शरीर को कोई खतरा या खतरा महसूस होता है तो हमारे पैर आसानी से खतरे में पड़ जाते हैं। जिसके संकेत भी दिखाई देते हैं। ऐसे पैरों में होने वाले परिवर्तनों पर ध्यान देने से कई गंभीर समस्याओं से बचाव हो सकता है। आहार विशेषज्ञ निधि गुप्ता ने अपने इंस्टाग्राम पर कुछ आम स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में बताया, जिनके लक्षण पैरों पर सबसे पहले दिखाई देते हैं। जिसमें पैरों में सूजन, स्पाइडर वेन्स, फटे पैर, झुनझुनी और सुन्नता, ठंडे पैर और मांसपेशियों में ऐंठन आदि लक्षणों शामिल हैं। इन्हें नजरअंदाज करना गंभीर बीमारी को न्योता देने जैसा हो सकता है।

ग्लेनीगल्स अस्पताल, परेल, मुंबई के वरिष्ठ सलाहकार, ऑर्थोपेडिक्स डॉ. अनूप खत्री ने आहार विशेषज्ञ निधि गुप्ता द्वारा बताए गए लक्षणों पर सहमति जताई है। उन्होंने कहा कि इन समस्या के पीछे छिपे कारणों का मूल्यांकन करना और फिर समय पर उपचार शुरू करना बहुत ही जरूरी है। इसके साथ ही खानपान पर ध्यान देना और डॉक्टर द्वारा बताए गए उपचार संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए बहुत आवश्यक है।

पैरों में सूजन

डॉ. अनूप खत्री के मुताबिक, पैरों में सूजन किडनी की कम कार्यक्षमता, हार्ट रोग, लिवर रोग या गर्भावस्था का संकेत हो सकता है। इसके अलावा गठिया और विटामिन डी की कमी से टखने में दर्द हो सकता है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से सलाह और इसकी देखभाल बहुत ही महत्वपूर्ण है।

स्पाइडर वेन्स

अक्सर हाई एस्ट्रोजन लेवल, गर्भनिरोधक गोलियों या गर्भावस्था से जुड़ा होता है। यदि आप इसका अनुभव कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से चर्चा करना उचित हो सकता है, खासकर यदि यह असुविधा पैदा कर रहा है।

फटे पैर

फटे पैर विटामिन बी2 (राइबोफ्लेविन), बी3 (नियासिनमाइड) और ओमेगा 3 की कमी का एक सामान्य संकेत। आहार या सप्लीमेंट के माध्यम से इस विटामिन का पर्याप्त सेवन सुनिश्चित करने से त्वचा के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।

झुनझुनी और सुन्नता

पैरों में झुनझुनी और सुन्नता के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो ये विटामिन बी12 की कमी का संकेत हो सकते हैं। आहार में बदलाव या सप्लीमेंट के माध्यम से इस कमी को दूर करने से इनको कम किया जा सकता है।

ठंडे पैर

ठंडे पैर हो रहे हैं तो ये आयोडीन की कमी या एनीमिया के कारण हो सकता है। पर्याप्त आयोडीन का सेवन सुनिश्चित करना और किसी भी संभावित एनीमिया को संबोधित करना पैरों के गर्म होने में मदद कर सकता है।

मांसपेशियों में ऐंठन और ऐंठन

पैरों की मांसपेशियों में ऐंठन हो रही है तो ये मैग्नीशियम की कमी से संबंधित। मैग्नीशियम युक्त फूड्स या सप्लीमेंट्स को शामिल करने से मांसपेशियों में ऐंठन को कम करने में मदद मिल सकती है।

वहीं, मखाना एक ऐसा सुपरफूड है जिसका सेवन करने से कई बीमारियों का एक साथ इलाज होता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, मखाने में कैल्शियम की मात्रा के अलावा मैग्नीशियम, आयरन, कैल्शियम और फास्फोरस भरपूर मात्रा में पाया जाता है।