फूड पॉइजनिंग दूषित खाना खाने के बाद होने वाली बीमारी है। फूड प्वाइजनिंग एक तरह का इंफेक्शन होता है जो बैक्टीरिया, वायरस, कवक के पनपने के कारण होता है। गर्मियों में फूड प्वाइंसिंग की समस्या ज्यादा रहती है। ज्यादा गर्म तापमान बैक्टीरिया के पनपने के लिए माकूल माहौल पैदा करता है जिससे ये तेजी से फैलते हैं। ये बैक्टीरिया खाने को दूषित कर देते हैं। जब ये बैक्टीरियां खाने के जरिए हमारी बॉडी में पहुंचते हैं तो हमारी बॉडी में इंफेक्शन पैदा करते हैं। दूषित खाना खाने से पाचन बिगड़ने लगता है। बरसात के मौसम में साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखा जाए तो ये बैक्टीरिया हमें फूड प्वाइजनिंग का शिकार बना देते हैं।
सर गंगाराम अस्पताल में इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंड पेनक्रिएटिक बिलीएरी साइंसेज के कंसल्टेंट डॉ.श्रीहरि अनिखिंडी ने बताया कि ये बैक्टीरिया या वायरस अगर हमारे पेट के अंदर जाते है तो यह हमारी आंत को नुकसान पहुंचाते हैं। इन बैक्टीरिया के बॉडी में जाने से जो बीमारी होती है उसे फूड प्वाइजनिंग कहते हैं। बरसात में ये परेशानी बिना हाथ धोए खाना खाने से, बिना धुले बर्तनों का यूज करने से, डेयरी उत्पाद को ज्यादा देर तक फ्रिज से बाहर रखने से,कच्ची मछली या सीप का सेवन करने से हो सकती है। कुछ खास बैक्टीरिया जैसे लिस्टेरिया, ट्रिचिनोसिस, ई कोलाई, सालमेनोला और स्टेफिलोकोकस जैसे बैक्टीरिया फूड प्वाइजनिंग के लिए खासतौर पर जिम्मेदार हैं।
फूड प्वाइजनिंग के लक्षण
फूड प्वाइजनिंग के लक्षणों की बात करें तो मतली और उल्टी होना,पेट में दर्द या मरोड़ होना,डायरिया, ठंड लगना और बुखार आना,सिरदर्द और कमजोरी महसूस होना शामिल है।
फूड प्वाइजनिंग से कैसे बचाव करें
- डॉ.श्रीहरि ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग से बचाव करने के लिए आप खाने को अच्छी तरह से पका कर खाएं। कच्ची सब्जी या कोई भी फूड खुले में रहता है तो उसमें बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। अगर आप इन फूड्स को अच्छे से पकाकर खाएंगे तो फूड प्वाइजनिंग की समस्या से निजात मिलेगी। ये बैक्टीरिया भोजन को डाइजेस्ट नहीं होने देते जिससे आंत की दीवार में सूजन पैदा करने लगते हैं और कई तरह की बीमारियां हो सकती है।
- गर्मी में ऑयली और मसालेदार खाना आपको बीमार बना सकता है। इस मौसम में आप सादा और सरल खाना खाएं। सादा खाना जल्दी से पचता है और इससे फूड पॉइजनिंग की परेशानी नहीं होती। अगर आपको फूड प्वाइजनिंग हो रही है तो दलिया, खिचड़ी, रोटी और सब्जी का सेवन करें।
- खाने में दही और छाछ का सेवन करें फूड प्वाइजनिंग से बचाव होगा। दही या छाछ पेट में ठंढक पहुंचाती है और पेट में पानी की कमी को पूरा करती है।
- सफाई का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। गंदगी फूड पॉइजनिंग होने के कारणों में से एक है। हाथों को साफ़ करने के साथ-साथ बर्तनों की सफाई का भी खास ध्यान रखें।