डायबिटीज एक ऐसी क्रॉनिक बीमारी है जो बॉडी में इंसुलिन (Insulin) नामक हार्मोन की कमी से होती है। इंसुलिन पैंक्रियाज से बनता है और यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। जब शरीर इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता तो ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ने लगता है। डायबिटीज एक मेटाबॉलिक डिजीज है जिसमें शरीर ब्लड शुगर को सही तरह से प्रोसेस नहीं कर पाता, लेकिन सही डाइट, एक्सरसाइज और दवाओं की मदद से इसे कंट्रोल में रखा जा सकता है। डायबिटीज दो तरह की होती है एक टाइप-1 डायबिटीज तो दूसरी टाइप-2 डायबिटीज होती है। Type 1 Diabetes आमतौर पर बच्चों और युवाओं में होती है जिसे कंट्रोल करने के लिए इंसुलिन का इंजेक्शन लेना पड़ता है। जबकि टाइप-2 डायबिटीज आमतौर पर वयस्कों में होती है लेकिन अब युवाओं में भी देखने को मिल रही है। इस तरह की डायबिटीज में शरीर इंसुलिन बनाता तो है लेकिन बॉडी उसका ठीक से उपयोग नहीं करती।

टाइप-2 डायबिटीज मरीज अगर डाइट का ध्यान रखें और कुछ लाइफस्टाइल में बदलाव करें तो आसानी से इस बीमारी को कंट्रोल कर सकते हैं, यहां तक की डायबिटीज को भी रिवर्स कर सकते हैं। आयुर्वेदिक और यूनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी ने 5 ऐसे तरीके बताए हैं जो न सिर्फ डायबिटीज कंट्रोल करते हैं बल्कि डायबिटीज को रिवर्स भी कर सकते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि डायबिटीज कंट्रोल कैसे करें और ये तरीके डायबिटीज को रिवर्स करने में कैसे मदद करते हैं।

डायबिटीज कंट्रोल करना है तो मॉर्निंग वॉक करें

डायबिटीज मरीजों के लिए सुबह की वॉक नेचुरल इंसुलिन बूस्टर का काम करती है। रोजाना मॉर्निंग वॉक करने से बॉडी में ग्लूकोज ज्यादा उपयोगी तरीके से इस्तेमाल होता है। ये सिंपल एक्सरसाइज इंसुलिन की सेंसिविटी को बढ़ाती है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि जब आप सुबह वॉक करते हैं तो मसल्स ग्लूकोज को एनर्जी के लिए यूज करते हैं जिसके लिए इन्हें इंसुलिन की जरूरत नहीं होती। शुरुआत में 20-30 मिनट की वॉक कीजिए और धीरे-धीरे 1 घंटे तक वॉक करें। वॉक करके न सिर्फ आप डायबिटीज कंट्रोल कर सकते हैं बल्कि रिवर्स भी कर सकते हैं।

मेथी के पानी का करें सेवन

डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए और डायबिटीज को मैनेज करने के लिए मेथी का पानी बेहद असरदार साबित होता है। मेथी के पानी में सॉल्युबल फाइबर होता है जो कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को कम करता है। मेथी दाना में 4-HYDROXYISOLEUCINE मौजूद होता है जो इंसुलिन सेंसिटिविटी को इंप्रूव करता है और इंसुलिन सिक्रेशन को भी रेगुलेट करता है। रात को एक चम्मच मेथी दाना एक गिलास पानी में भिगो दें और सुबह इस पानी को छानकर खाली पेट पी लें।

खाने से पहले सलाद का करें सेवन

अगर आप चाहते हैं कि डायबिटीज कंट्रोल रहे तो आप खाने से पहले सलाद का सेवन करें। फाइबर-युक्त सलाद शुगर के अवशोषण की गति को धीमा करता है जिससे शुगर धीरे-धीरे बढ़ता है। सलाद में फाइबर होता है जो पेट को जल्दी भर देता है। सलाद खाने के बाद आप कार्ब्स यानी रोटी सब्जी और चावल का सेवन कम करते हैं जिससे बॉडी को कम कैलोरी मिलती है और शुगर का लोड भी कम होता है। खाने से पहले सलाद खाने से इंसुलिन सेंसिटिविटी बेहतर होती है। गाजर, खीरा और पत्ता गोभी शरीर को इंसुलिन के प्रति ज्यादा संवेदनशील बनाते हैं। इससे शरीर ब्लड शुगर को बेहतर तरीके से प्रोसेस करता है।

गेहूं के आटे में चने का आटा मिलाएं

अगर आप डायबिटीज कंट्रोल करना चाहते हैं तो आप अपने रेगुलर आटे में चने का आटा मिक्स करके खाएं। प्रोटीन और फाइबर रिच चने का अटा गेहूं के ग्लाइसेमिक इंडेक्स को कम करता है। इसका सेवन करने से आपको भूख कम लगती है और आपका पेट लम्बे समय तक भरा रहता है। आप इस आटे का सेवन करके डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं।

इन चीजों को डाइट से करें स्किप

अगर आपको डायबिटीज कंट्रोल करना है और चाहते हैं ये जल्दी रिवर्स हो जाए तो आप डाइट से मैगी, चिप्स,पास्ता, मैकरोनी, पिज्जा का सेवन करना बिल्कुल बंद कर दें। ये फूड तुरंत डायबिटीज को बढ़ाते हैं। इन फूड्स का सेवन करने से इंसुलिन का स्तर कम और ज्यादा होता रहता है। आप अगर सफेद ब्रेड का सेवन करते हैं तो इसे खाना भी बंद कर दें। इन सभी फूड्स पर कंट्रोल करके ना सिर्फ डायबिटीज कंट्रोल कर सकते हैं बल्कि डायबिटीज को रिवर्स भी कर सकते हैं।

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